पटना समेत कई जिलों में तेज बारिश, गर्मी से मिली राहत, वज्रपात का अलर्ट जारी
पटना। शुक्रवार की सुबह बिहार के कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली। राजधानी पटना, सिवान, औरंगाबाद सहित कई जिलों में सुबह ही आसमान में घने बादल छा गए और थोड़ी ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलीं जिससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली।
मौसम विभाग का अलर्ट: ऑरेंज और यलो चेतावनी
मौसम विभाग ने पूरे बिहार में आंधी और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। राज्य के 19 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 19 जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। वहीं यलो अलर्ट वाले जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
पटना में दिन में अंधेरा, झमाझम बारिश
राजधानी पटना में शुक्रवार की सुबह तेज बारिश और अंधेरा छा जाने के कारण दिन में रात जैसा दृश्य बन गया। मौसम विभाग ने पटना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। हवा की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है। दोपहर के बाद बारिश और तेज होने की संभावना जताई गई है।
दक्षिण बिहार में भारी बारिश का अलर्ट
गया, औरंगाबाद, नवादा, रोहतास, भोजपुर, सीवान, सारण जैसे जिलों के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन इलाकों में ठनका गिरने की भी आशंका है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली पुरवा हवाओं के कारण पूरे बिहार का मौसम बदला है, जिससे अगले तीन दिनों तक कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
उत्तर बिहार में अभी भी मानसून कमजोर
हालांकि दक्षिण और मध्य बिहार में बारिश हो रही है, उत्तर बिहार के जिलों में मानसून की सक्रियता फिलहाल कम है। मौसम विभाग का कहना है कि जुलाई के आखिरी सप्ताह में मानसून फिर से मजबूत हो सकता है और अगस्त की शुरुआत में पूरे राज्य में अच्छी बारिश की उम्मीद की जा रही है।
अब तक औसत से कम रही बारिश, किसानों की चिंता बढ़ी
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून से 24 जुलाई तक बिहार में औसतन 432.2 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक केवल 241.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 44 प्रतिशत कम है। इस कारण खेत सूखे पड़े हैं और धान की बुआई प्रभावित हो रही है। कृषि विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर अगस्त के पहले सप्ताह तक अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसलें बर्बाद हो सकती हैं।
बेतिया में सूखे के हालात, बारिश के लिए पूजा-पाठ
बेतिया जिले में बारिश की कमी के चलते सूखे जैसे हालात बन गए हैं। स्थानीय लोग बारिश के लिए भगवान शिव का सामूहिक जलाभिषेक कर रहे हैं। मानव श्रृंखला बनाकर लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि मानसून सक्रिय हो और खेतों में हरियाली लौटे। बिहार के कई जिलों में बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है, लेकिन बारिश की असमानता और अब तक औसत से कम वर्षा ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगस्त की शुरुआत में मानसून दोबारा सक्रिय होगा और राज्य में अच्छी बारिश होगी, जिससे खेती-किसानी को संजीवनी मिल सकती है।


