पटना समेत प्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर मौसम विभाग ने किया सावधान

पटना। बिहार में मानसून सक्रिय हो चुका है। गुरुवार को पटना, दरभंगा, बेतिया, मोतिहारी, और नवादा समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई। नेपाल में भी हो रही बारिश के कारण तराई क्षेत्रों की नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। किशनगंज में मरिया नदी पर बना 70 मीटर लंबा पुल धंस गया। मौसम विभाग ने राज्य के 19 जिलों में बारिश की संभावना जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पटना, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, बक्सर, कैमूर, रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, लखीसराय, शेखपुरा और बेगूसराय शामिल हैं। नेपाल में बारिश के कारण तराई वाले इलाकों की नदियों में जलस्तर बढ़ने से कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। किशनगंज में मरिया नदी पर बना पुल धंसने की घटना सामने आई है। वहीं, बगहा में एक पुलिया से गुजर रहा ट्रैक्टर अचानक नदी की तेज धार में फंस गया, जिसमें 6 मजदूर सवार थे। सभी मजदूरों ने तैरकर अपनी जान बचाई। अररिया के सिकटी प्रखंड क्षेत्र की नूना नदी में जलस्तर बढ़ने से पड़रिया पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में राज्य के अधिकांश जिलों में आंधी और भारी बारिश की संभावना है। विशेष रूप से उत्तर बिहार में भारी बारिश हो सकती है, जबकि दक्षिण बिहार में बारिश के दौरान तेज हवा और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। मानसून ट्रफ लाइन बिहार के रक्सौल के पास से गुजर रही है, जिससे बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को कई जिलों में तेज हवा और आकाशीय बिजली की आशंका जताई है। गुरुवार को औरंगाबाद के टंडवा थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान जीतन यादव (58) और लल्लू यादव के रूप में हुई है। वहीं, वैशाली में 30 वर्षीय धीरज कुमार की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। पिछले चार दिनों में बिहार में आकाशीय बिजली से 12 लोगों की जान जा चुकी है।

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