August 19, 2025

पटना समेत दक्षिण बिहार के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, ठनका गिरने का अनुमान, रहे सावधान

पटना। बिहार में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के कई जिलों में भारी बारिश और ठनका गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और विशेषकर खुले स्थानों पर रहने से बचने को कहा है।
पटना में हल्की से मध्यम बारिश
बुधवार को पटना के कई इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की गई। शहर में कुल 1.6 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। हालांकि बारिश के बावजूद सूरज की तपिश बनी रही, जिससे उमस और गर्मी का एहसास होता रहा। अधिकतम तापमान में 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान में 1.1 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 34.4 और न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
गुरुवार को दक्षिण बिहार में ज्यादा बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि गुरुवार को उत्तर बिहार की तुलना में दक्षिण बिहार में अधिक बारिश के आसार हैं। खासकर पटना, गया, औरंगाबाद, रोहतास, जहानाबाद, नालंदा और भोजपुर जैसे जिलों में तेज बारिश के साथ वज्रपात हो सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका है, जिससे जान-माल की हानि हो सकती है।
ठनका गिरने का खतरा, रहें सतर्क
बिजली गिरने की घटनाएं मानसून के दौरान आम हो जाती हैं और यह जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों को खेतों, खुले मैदानों और ऊंचे पेड़ों के नीचे जाने से बचने की सलाह दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
राज्य में बारिश का मिला-जुला असर
बिहार के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को मौसम मिला-जुला रहा। कहीं तेज बारिश तो कहीं बादल छाए रहे। सबसे अधिक बारिश रोहतास जिले के तिलहोतू में 48.8 मिलीमीटर दर्ज की गई। वहीं गोपालगंज का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो राज्य में सबसे अधिक था। इसके विपरीत, शेखपुरा का न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सबसे कम था।
गंगा का जलस्तर भी बढ़ने लगा
लगातार हो रही बारिश का असर नदियों पर भी दिखने लगा है। पटना में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 48 घंटों में जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर बुधवार को 44.84 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान 48.60 मीटर से लगभग चार मीटर नीचे है। इसी तरह दीघा घाट और हाथीदह में भी जलस्तर बढ़ने की खबर है।
लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखें और आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलने से बचें। बारिश और वज्रपात के दौरान मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, ऊंचे स्थलों पर जाने से बचें और बिजली की आपूर्ति से जुड़े उपकरणों को सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें। आने वाले दिनों में बारिश की यह स्थिति बनी रह सकती है, ऐसे में आम लोगों को सतर्क और सजग रहना बेहद जरूरी है ताकि किसी भी संभावित हादसे से बचा जा सके।

You may have missed