पटना में हर्ष फायरिंग का वीडियो वायरल, राइफल से गोलीबारी, जांच पर जुटी पुलिस

पटना। बिहार की राजधानी पटना के बिक्रम थाना क्षेत्र में एक बार फिर हर्ष फायरिंग का मामला सामने आया है, जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यह घटना एक गृह प्रवेश समारोह के दौरान हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को राइफल से खुलेआम फायरिंग करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस ने शुरू की जांच, वीडियो का स्रोत पता लगाने की कोशिश
पालीगंज अनुमंडल के डीएसपी-2 उमेश्वर चौधरी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, तुरंत संबंधित थानाध्यक्ष को जांच के निर्देश दिए गए। पुलिस इस बात की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है कि वीडियो किस गांव का है और यह घटना किस तारीख को घटी। फिलहाल, बिक्रम थाना क्षेत्र के प्रभारी के अनुसार, इस घटना को लेकर स्थानीय थाने में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि, वायरल वीडियो को देखते हुए पुलिस स्वतः संज्ञान लेते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
फायरिंग करने वाले की पहचान और हथियार की वैधता पर सवाल
पुलिस की जांच का एक प्रमुख उद्देश्य यह भी है कि वीडियो में फायरिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान की जाए। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि जिस हथियार से गोली चलाई गई, वह लाइसेंसी है या अवैध। अगर हथियार अवैध पाया गया, तो संबंधित व्यक्ति पर शस्त्र अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
बिहार में हर्ष फायरिंग पर सख्त कानून
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने राज्य में हर्ष फायरिंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है। चाहे वह लाइसेंसी हथियार हो या अवैध, किसी भी परिस्थिति में सार्वजनिक या निजी समारोहों में फायरिंग करना कानूनन अपराध है। इसके बावजूद शादियों, पार्टियों या अन्य आयोजनों में हर्ष फायरिंग की घटनाएं सामने आती रहती हैं। पिछले वर्षों में हर्ष फायरिंग के कारण कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इस वजह से सरकार और प्रशासन ने इस तरह की गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने का निर्णय लिया है। पटना पुलिस भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
सामाजिक जिम्मेदारी और कानून पालन की जरूरत
इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि कुछ लोग सामाजिक जिम्मेदारी और कानून का पालन करने के बजाय दिखावे और मौज-मस्ती के नाम पर खतरा मोल लेते हैं। जबकि उन्हें यह समझना चाहिए कि एक छोटी सी लापरवाही किसी की जान ले सकती है। समारोहों में हर्ष फायरिंग करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह सामाजिक रूप से भी निंदनीय है। समाज के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस प्रकार की गतिविधियों से स्वयं भी बचे और दूसरों को भी रोकें। यदि कोई ऐसा कृत्य करता दिखाई दे, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी जानी चाहिए। पटना में वायरल हुआ यह वीडियो कानून व्यवस्था के प्रति लापरवाही का एक उदाहरण है। प्रशासन की तत्परता यह दिखाती है कि सरकार इस प्रकार की घटनाओं को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। आने वाले दिनों में इस मामले में क्या कार्रवाई होती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि अब समय आ गया है जब समाज को भी ऐसे मामलों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और कानून का पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
