बिहार : गांवों में लोगों को रोजगार के साथ चिकित्सा सुविधा भी होगी उपलब्ध, एंबुलेंस खरीद के लिए मिलेगा अनुदान

* मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत 1000 से अधिक एंबुलेंस खरीद के लिए मिलेगा अनुदान
* योजना पर खर्च होंगे 21 करोड़ रुपये

पटना। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत अब लाभुकों को एम्बुलेंस खरीद पर भी राज्य सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि योजना में संशोधन करते हुए एम्बुलेंस क्रय हेतु अनुदान को जोड़ा गया है। बीते मंगलवार को मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिल गई है। इस योजना की स्वीकृति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा दी गई है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई योजना की समीक्षा
बुधवार को उक्त योजना की समीक्षा के लिए परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में तथा परिवहन विभाग के सचिव की उपस्थिति में सभी जिला परिवहन पदाधिकारी की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई तथा निर्देश दिए गए कि इस योजना को पारदर्शिता पूर्ण तरीके से लागू की जाए।
स्वास्थ्य केंद्रों तक परिवहन सुविधा होगी उपलब्ध
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस की उपलब्धता को बढ़ाया जाना आवश्यक है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले संक्रमित व बीमार व्यक्तियों को चिकित्सा हेतु स्वास्थ्य केंद्रों तक परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत एंबुलेंस क्रय के लिए अनुदान का प्रावधान किया गया है।
16 मई तक कर सकते हैं आवेदन
योजना के अंतर्गत 1,068 एंबुलेंस के लिए योग्य लाभुकों को अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए 16 मई तक आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। 16 मई तक कोई भी इच्छुक लाभार्थी आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले आठवें चरण में जिन लोगों ने आवेदन दिए हैं, उन्हें नए आवेदन देने की आवश्यकता नहीं होगी, केवल अपना विकल्प लिखित रूप में बीडीओ के यहां समर्पित करना पड़ेगा कि वह इस योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं। प्रत्येक प्रखंड में 2 लाभार्थी एक अनुसूचित जाति से तथा एक अत्यंत पिछड़ा वर्ग से होंगें।
आठवें चरण में 13000 आये आवेदन
आठवें चरण में 13000 लोगों से आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इस चरण में जिन आवेदकों के द्वारा आवेदन किया जा चुका है, उनमें से इच्छुक आवेदकों से एंबुलेंस के क्रय का विकल्प प्राप्त किया जाएगा।
कोटिवार एवं रिक्ति के अनुरूप वरीयता सूची का होगा निर्माण
एंबुलेंस के क्रय से संबंधित नए एवं पूर्व में प्राप्त आवेदनों के आधार पर कोटिवार एवं उपलब्ध रिक्ति के अनुरूप वरीयता सूची बनाई जाएगी। इस संबंध में सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है।
आक्सीजन तथा बेसिक चिकित्सा सुविधा से लैस होगा एंबुलेंस
इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों को बड़े अस्पताल जाने में परेशानी नहीं होगी। यह सभी एंबुलेंस आक्सीजन युक्त तथा बेसिक चिकित्सा सुविधा के साथ होंगी।
रोजगार के साथ चिकित्सा सुविधा
ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस की कमी काफी समय से थी। इस योजना के आ जाने से यह कमी कम होगी तथा स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो पाएगी।
अब तक 36000 लोगों को मिला है रोजगार
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना में पूर्व से 36000 लोगों को वाहन उपलब्ध करवाया जा चुका है तथा यह सभी अपने अपने क्षेत्र में रोजगार के साथ-साथ लोगों को आवागमन की सुविधा भी उपलब्ध करवा रहे हैं।
अनुदान
1. चयनित आवेदनों से प्रति प्रखंड 2 लाभुक (1 अनुसूचित जाति/ जनजाति एवं 1 अत्यंत पिछड़ा वर्ग को एंबुलेंस की खरीद पर अनुदान का लाभ दिया जाएगा।
2. एंबुलेंस के क्रय पर क्रय मूल्य का 50% परंतु अधिकतम 2 लाख रुपये के अनुदान का प्रावधान किया गया है।
3. प्रति प्रखंड अधिकतम 2 लाभुकों को अनुदान का भुगतान किया जाएगा।
योजना का लाभ
– राज्य में 1068 एंबुलेंस की शीघ्रता से आपूर्ति होगी।
– रोजगार का सृजन होगा।
– आपातकालीन स्वास्थ सुविधा घर तक उपलब्ध होगी
– ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधित आधारभूत संरचना का विकास होगा।
– एंबुलेंस की बढ़ती मांग को पूरा किया जा किया जा सकेगा।