September 29, 2025

पटना में तिरुपति के तर्ज पर बनेगा भव्य मंदिर, मोकामा में 10.11 एकड़ जमीन हस्तांतरित, जल्द शुरू होगा निर्माण

पटना। बिहार में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब तिरुपति की तर्ज पर मोकामा में एक भव्य मंदिर बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस योजना को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी गई है और सरकार ने इसके लिए जमीन भी उपलब्ध करा दी है। इससे न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से राज्य की महत्ता बढ़ेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और विकास के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
मोकामा की जमीन हस्तांतरित
मंदिर निर्माण के लिए पटना जिले के मोकामा खास में 10.11 एकड़ जमीन पर्यटन विभाग को निःशुल्क हस्तांतरित की गई है। यह भूमि पहले पथ निर्माण विभाग के अधीन थी। अब इसे पर्यटन विभाग के पास लाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया है। इस जमीन पर तिरूमला तिरुपति देवस्थानम् संस्था मंदिर निर्माण और प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेगी।
तिरूमला तिरुपति देवस्थानम् की भूमिका
आंध्र प्रदेश स्थित तिरूमला तिरुपति देवस्थानम् एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सरकारी ट्रस्ट है। यह न केवल तिरुपति के प्राचीन और प्रसिद्ध देवस्थानों का प्रबंधन करता है, बल्कि देशभर में कई धार्मिक और सामाजिक संस्थान भी संचालित करता है। इनमें वेदपाठशाला, विश्वविद्यालय, अस्पताल और मंदिर शामिल हैं। इस संस्था को मोकामा में मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी दिए जाने से यह सुनिश्चित है कि निर्माण कार्य उच्च स्तरीय और आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा।
मोकामा का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
गंगा किनारे स्थित मोकामा का ऐतिहासिक महत्व बेहद समृद्ध है। प्राचीन काल में यह अंग, मगध और मिथिला तीन प्रमुख जनपदों का संगम स्थल माना जाता था। यही कारण है कि यह क्षेत्र धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण रहा है। इसके पास स्थित सिमरिया घाट पर अर्ध कुंभ मेला आयोजित होता है, जिससे इस इलाके का महत्व और भी बढ़ जाता है। अब यहां तिरुपति की तर्ज पर मंदिर बनने से मोकामा का धार्मिक आकर्षण और बढ़ेगा।
सरकार की पहल और योजनाएं
बिहार सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में लगभग 1 हजार करोड़ की लागत से माता सीता मंदिर का भूमिपूजन किया गया था। इसके अलावा वैशाली में 550 करोड़ की लागत से बुद्ध स्मृति स्तूप का उद्घाटन भी किया गया। अब मोकामा में तिरुपति मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने से धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर को और गति मिलेगी।
सामाजिक और आर्थिक विकास की संभावना
इस भव्य मंदिर के निर्माण से स्थानीय स्तर पर सामाजिक और आर्थिक विकास तेज होगा। हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे। मंदिर निर्माण से जुड़े कार्यों के अलावा पर्यटन बढ़ने से होटल, परिवहन और अन्य सेवाओं की मांग भी बढ़ेगी। इससे स्थानीय व्यवसायियों और युवाओं को भी लाभ होगा।
धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर का विकास
मोकामा में मंदिर निर्माण के साथ ही राज्य सरकार की योजना है कि गया विष्णुपद मंदिर, मां जानकी मंदिर पुनौराधाम और अन्य प्रमुख मंदिरों को एक धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर के रूप में जोड़ा जाए। इससे बिहार के धार्मिक स्थलों पर देशभर और विदेशों से भी पर्यटक आएंगे। यह न केवल राज्य की धार्मिक छवि को मजबूत करेगा बल्कि आर्थिक विकास को भी नई दिशा देगा। मोकामा में तिरुपति की तर्ज पर मंदिर निर्माण की योजना बिहार के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह केवल धार्मिक स्थल नहीं होगा, बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक विकास का केंद्र भी बनेगा। सरकार और तिरूमला तिरुपति देवस्थानम् की संयुक्त पहल से यह परियोजना राज्य के धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। उम्मीद है कि यह मंदिर न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए आस्था और आकर्षण का केंद्र बनेगा।

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