विधानमंडल के बजट सत्र में राज्यपाल ने संयुक्त सदन को किया संबोधित, गिनवाए नीतीश के काम, रोजगार पर फोकस

- राज्यपाल का 35 मिनट का अभिभाषण, कहा- 9 लाख से अधिक लोगों को नौकरी मिली, चुनाव से पहले 34 लाख को रोजगार मिलेगा
पटना। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो गया, जिसमें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। अपने 35 मिनट के अभिभाषण में उन्होंने नीतीश सरकार की उपलब्धियों और राज्य में चल रही योजनाओं का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा दी गई नौकरियों और रोजगार के अवसरों पर विशेष जोर दिया।
रोजगार और नौकरियों पर सरकार का फोकस
राज्यपाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 10 लाख लोगों को नौकरी और 10 लाख लोगों को अन्य स्वरोजगार के अवसर देना था। अब तक 9 लाख 35 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी है, जबकि बाकी पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस साल चुनाव से पहले 12 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। इसके अलावा, अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है, और चुनाव की घोषणा से पहले 34 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
विपक्ष का हंगामा और सदन की कार्यवाही
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दलों के विधायकों ने हंगामा किया। जब शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा का जिक्र हुआ, तो विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया। इस दौरान राबड़ी देवी ने लेफ्ट पार्टी के विधायकों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें शांत रहने के लिए कहा।
सरकार की उपलब्धियां और विकास कार्य
राज्यपाल ने अपने संबोधन में नीतीश सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया है। इसके तहत बिहार पुलिस में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया गया है। इसके अलावा, राज्य में कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम भी तेजी से किया जा रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए सुधारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि 2005 से पहले बिहार में केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इसमें केंद्र सरकार ने भी सहायता दी है, और सरकार का लक्ष्य है कि भविष्य में हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जाए।
विकास और सुशासन पर जोर
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि 24 नवंबर 2005 को जब नई सरकार बनी थी, तब से राज्य में कानून का राज स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार सुशासन और न्याय के साथ विकास की नीति पर काम कर रही है। इसका उद्देश्य राज्य के हर क्षेत्र का विकास और हर वर्ग का उत्थान करना है। राज्यपाल ने बताया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में अब किसी तरह का डर और भय का माहौल नहीं है, बल्कि प्रेम, भाईचारा और शांति का वातावरण बना हुआ है। राज्यपाल के अभिभाषण में नीतीश सरकार की विभिन्न उपलब्धियों और योजनाओं का जिक्र किया गया। सरकार ने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। हालांकि, विपक्ष ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए हंगामा किया। अब देखना होगा कि इस बजट सत्र में सरकार किन नई योजनाओं की घोषणा करती है और बिहार के विकास की दिशा में कौन-कौन से महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं।
