स्मार्ट मीटर की हर गड़बड़ी को ठीक करने को तत्पर बिहार सरकार, विपक्ष केवल इसको लेकर भ्रम फैला रहा : सम्राट चौधरी

पटना। बिहार में इन दिनों स्मार्ट मीटर को लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है। विपक्षी पार्टियां लगातार स्मार्ट मीटर की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही हैं और इसे हटाने की मांग कर रही हैं। इस बीच, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर स्पष्टता लाने और सरकार के रुख को सामने रखने के लिए एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्मार्ट मीटर से संबंधित हर समस्या को गंभीरता से ले रही है और इसे सही करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रहा है, जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। सम्राट चौधरी ने यह दावा किया है कि बिहार सरकार स्मार्ट मीटर में आई किसी भी तरह की गड़बड़ी को ठीक करने को पूरी तरह से तत्पर है। उन्होंने कहा कि यदि किसी उपभोक्ता को स्मार्ट मीटर में किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो उसे तुरंत संबंधित विभाग में शिकायत दर्ज करनी चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विभाग इस तरह की सभी शिकायतों का संज्ञान लेकर तत्काल समाधान करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्मार्ट मीटरों का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बेहतर और अधिक पारदर्शी सेवाएं प्रदान करना है। इसके माध्यम से बिजली आपूर्ति की निगरानी और बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जा रही है। इसलिए यदि कहीं कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न होती है, तो उसे सुधारने के लिए विभाग की टीम हर समय तैयार है। स्मार्ट मीटर प्रणाली में किसी भी गड़बड़ी के मामले में उपभोक्ताओं की शिकायतें जल्द से जल्द दूर की जाएंगी। सम्राट चौधरी ने विपक्ष पर यह आरोप लगाया कि वे केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता के बीच स्मार्ट मीटर को लेकर गलत धारणाएं और भ्रम फैला रहा है। उनके मुताबिक, स्मार्ट मीटर को हटाने की मांग का कोई ठोस आधार नहीं है और यह केवल सरकार की छवि खराब करने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि बिहार में स्मार्ट मीटर लगाने का मुख्य उद्देश्य बिजली बिल की पारदर्शिता और सही तरीके से ऊर्जा खपत की निगरानी करना है। इससे न केवल बिजली बिल में गलतियों को कम किया जा सकता है, बल्कि बिजली चोरी जैसी समस्याओं से भी निपटा जा सकता है। ऐसे में स्मार्ट मीटर हटाने की मांग करना राज्य की बिजली व्यवस्था को और पीछे धकेलने जैसा होगा। चौधरी ने यह भी बताया कि विपक्षी दलों की राजनीति का उद्देश्य केवल जनता के बीच गलत सूचनाएं फैलाकर उन्हें भड़काना है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार स्मार्ट मीटर को लेकर पूरी तरह से गंभीर है और इसमें किसी भी प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए तत्पर है। सम्राट चौधरी ने स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाते हुए बताया कि यह मीटर उपभोक्ताओं को अपने बिजली खपत का वास्तविक आकलन करने में मदद करता है। इसके माध्यम से उपभोक्ता अपनी ऊर्जा खपत को समझ सकते हैं और बिजली की बचत कर सकते हैं। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी की घटनाओं में भी कमी आ रही है और विभाग को वास्तविक खपत का डेटा मिल रहा है, जिससे बिजली वितरण की योजना बनाना आसान हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को बिजली के बिल से जुड़ी शिकायतों से भी राहत मिलती है, क्योंकि मीटर के माध्यम से खपत का सटीक आंकड़ा उपलब्ध होता है। इससे उपभोक्ता बिना किसी दुविधा के अपने बिल का भुगतान कर सकते हैं। सम्राट चौधरी ने बताया कि स्मार्ट मीटर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे बिजली की खपत में पारदर्शिता आती है। उपभोक्ताओं को अपने मीटर रीडिंग की जानकारी तत्काल मिल जाती है और उन्हें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पता चल सकता है। इससे बिजली चोरी की घटनाओं में भी कमी आ रही है, जो कि राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार ने राज्य में बिजली वितरण को और अधिक कुशल बनाने के लिए स्मार्ट मीटर योजना को लागू किया है। सम्राट चौधरी ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने से राज्य की बिजली आपूर्ति प्रणाली में बड़ा सुधार हुआ है और इससे उपभोक्ताओं को बिजली से जुड़ी समस्याओं में राहत मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना को आगे भी जारी रखेगी और हर उपभोक्ता को बेहतर सेवाएं देने के लिए काम करती रहेगी। इसके साथ ही, उन्होंने जनता से अपील की कि वे विपक्ष के बहकावे में न आएं और यदि उन्हें स्मार्ट मीटर से संबंधित कोई भी समस्या आती है, तो उसे तुरंत विभाग के पास दर्ज कराएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर शिकायत का तुरंत समाधान किया जाएगा और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। सम्राट चौधरी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में ‘विकास विरोधी’ ताकतें जनता के बीच भ्रम फैलाने में लगी हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर योजना का विरोध केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है। विपक्ष को राज्य के विकास और जनता की बेहतरी की कोई चिंता नहीं है, बल्कि वे केवल अपने स्वार्थ के लिए जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष का यह रवैया राज्य के विकास में रुकावट पैदा कर सकता है और जनता को इसके बारे में जागरूक होना चाहिए। सरकार ने स्मार्ट मीटर जैसी योजनाओं के माध्यम से राज्य में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाया है और इसे सफल बनाने के लिए जनता का सहयोग आवश्यक है। बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर उठे विवाद के बीच उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सरकार के रुख को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर गड़बड़ी को दूर करने के लिए तत्पर है और जनता की शिकायतों का तुरंत समाधान किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर राजनीतिक लाभ के लिए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और जनता से अपील की कि वे भ्रमित न हों और किसी भी समस्या का समाधान पाने के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करें। स्मार्ट मीटर योजना राज्य की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने का एक प्रयास है, और इसके सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार और जनता का सहयोग आवश्यक है। अफवाहों और गलतफहमियों से दूर रहकर ही बिहार में विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।

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