मुजफ्फरपुर में युवती का दो साल तक किया यौन शोषण, बदनाम करने व कंपनी से निकलवाने की दी धमकी, धोखे से दवा खिलाकर कराया गर्भपात

मुजफ्फरपुर । मुजफ्फरपुर में निजी कंपनी के अधिकारी ने शादी का झांसा देकर युवती का दो साल तक यौन शोषण। इसके बाद युवती के गर्भवती होने पर गर्भपात करा दिया, जिसके बाद युवती ने सदर थाने में आरोपित के खिलाफ एफआईआर कराई है।

युवती सदर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। युवती ने अपने कंपनी के अधिकारी पर शादी का झांसा देकर करीब दो साल तक शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया।
वहीं, गर्भवती होने के बाद जब युवती ने शादी करने का दबाव बनाया तो आरोपित ने इनकार कर दिया। जबकि, युवती को धोखा से दवा खिलाकर गर्भपात भी करा दिया।
एफआईआर में युवती ने भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र के सह वर्तमान में कंपनी के कलस्टर बिजनेश हेड आजम खान को आरोपित किया है। एफआईआर में युवती ने पुलिस को बताया है कि वह शहर के निजी कंपनी में वर्ष 2019 में तीन जून से काम कर रही है।
आरोपी पटना से ब्रांच विजिट करने शहर आता था। जबकि, पटना से बराबर वीडियो कॉल करता था। युवती के विरोध करने पर आरोपी घर पर पहुंच जाता था। घर पर वह कंपनी संबंधित बातों का बहाना बना कर निकटता बनाने का प्रयास किया।
इस बीच 2019 की जुलाई माह में शादी का झांसा देकर आरोपी ने उसने गोबरसही के एक होटल में शारीरिक संबंध बनाया। फिर, बदनाम करने व कंपनी से निकलवा देने की धमकी देकर आवास पर आकर लगातार यौन शोषण करता रहा। इसके बाद वह गर्भवती हो गई।
इसपर युवती आरोपित पर शादी करने का दबाव बनाया। लेकिन, वह बहाना बनाने लगा। फिर, धोखे से युवती को दवा खिला कर गर्भपात करा दिया।
फिर, कुछ दिन बाद शादी करने के बहाने उसने युवती को पटना बुलाया। बस अड्डे से जबरन अपनी कार में बैठाकर आरोपित ने एक जगह ले गया। जहां पर पहले से कुछ लोग मौजूद थे।
वहां पर आरोपित ने युवती से सादे स्टांप पेपर पर दस्तखत करने को कहा। इनकार करने पर आरोपी की पत्नी व अन्य सहयोगियों ने उसके साथ मारपीट की।
शोर मचाते हुए वह भाग निकली। मुजफ्फरपुर लौट कर आने पर पीड़िता ने कंपनी के अधिकारियों को मेल कर घटना की जानकारी दी। इसपर कंपनी ने जांच कराने के बाद घटना को सत्य मानते हुए आरोपी को हटा दिया।
लेकिन उसके इशारे पर कंपनी के अन्य लोग उसके ऊपर आरोप को वापस लेने का दबाव बनाने लगे। वहीं, आरोपित के इशारे पर कंपनी के पटना के अधिकारी प्रताड़ित करते हुए मेल करने लगे।
इससे तंग आकर वह मानसिक रूप से बीमार हो गई। उधर, थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि एफआईआर कर मामले की जांच की जा रही है।