October 28, 2025

पटना में छठ में 35 घाटों पर 187 कैमरों से होगी निगरानी, एनआईटी घाट पर कंट्रोल रूम, तैयारी में प्रशासन

पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पटना में प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। पर्व में अब केवल नौ दिन शेष हैं और इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता और निगरानी की व्यवस्था को लेकर पूरी योजना तैयार कर ली है। इस बार पटना के 35 प्रमुख घाटों पर 187 हाई-टेक कैमरे लगाए जाएंगे, जिनसे चौबीसों घंटे निगरानी रखी जाएगी।
35 घाटों पर कैमरों से निगरानी
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर के 35 घाटों को निगरानी के दायरे में लाने का निर्णय लिया है। इसके तहत महेन्द्रू घाट, कलेक्ट्रेट घाट, काली घाट, बांस घाट, पटना कॉलेज घाट, कंगन घाट, मीनार घाट, नोजर कटरा घाट, पटिपुल घाट और जेपी सेतु घाट जैसे प्रमुख स्थलों पर पीटीजेड और फिक्स कैमरे लगाए जा रहे हैं। पीटीजेड कैमरों की खासियत यह है कि इन्हें पैन, टिल्ट और जूम कर किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है, जिससे भीड़ पर नजर रखना आसान हो जाएगा। इन सभी कैमरों से मिलने वाला लाइव फुटेज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) में बैठे कर्मियों द्वारा मॉनिटर किया जाएगा। वहां से घाटों की सुरक्षा और अनुशासन पर रीयल टाइम नजर रखी जाएगी। यदि किसी भी कैमरे में कोई संदिग्ध हरकत या भीड़ का असामान्य व्यवहार दिखाई देता है, तो तत्काल घाट पर तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया जाएगा।
एनआईटी घाट पर बनेगा अस्थायी कंट्रोल रूम
भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के लिए इस बार प्रशासन ने एनआईटी घाट पर अस्थायी कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया है। इस कंट्रोल रूम में जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तैनात रहेंगे। यह कंट्रोल रूम छठ के चारों दिनों तक सक्रिय रहेगा और यहां से पूरे शहर के घाटों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम में बैठा स्टाफ आईसीसीसी से प्राप्त कैमरों के फीड को भी मॉनिटर करेगा और जरूरत पड़ने पर मौके पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
वॉट्सऐप चैटबॉट से मिलेगी जानकारी
इस बार पटना नगर निगम ने तकनीक का सहारा लेते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वॉट्सऐप चैटबॉट सेवा शुरू की है। इस सेवा की मदद से लोग अपने मोबाइल पर ही अपने नजदीकी छठ घाट, तालाब और प्रशासनिक सुविधाओं की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस चैटबॉट पर उपयोगकर्ता को सिर्फ एक संदेश भेजना होगा, जिसके बाद उन्हें उनके इलाके के घाटों की सूची, साफ-सफाई, पार्किंग व्यवस्था और अन्य आवश्यक जानकारी मिल जाएगी। इसके अतिरिक्त नागरिक यहां से शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे, जिससे किसी भी समस्या का समाधान त्वरित रूप से किया जा सकेगा। यह सेवा पटना नगर निगम की पहली ई-सेवा मानी जा रही है, जो स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित की गई है।
सुरक्षा और स्वच्छता को प्राथमिकता
छठ पर्व के दौरान गंगा घाटों पर लाखों की भीड़ उमड़ती है। ऐसे में सुरक्षा और स्वच्छता प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। इस बार सुरक्षा घेरा और भी मजबूत बनाया गया है। महिला और पुरुष पुलिस बलों की अलग-अलग टीमें घाटों पर तैनात रहेंगी। डाइविंग टीमों के साथ-साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद रहेंगी ताकि किसी भी आकस्मिक घटना से निपटा जा सके। स्वच्छता की दृष्टि से भी घाटों की नियमित सफाई की जा रही है। नगर निगम की विशेष टीमें दिन-रात घाटों और आसपास के इलाकों की साफ-सफाई में जुटी हुई हैं। प्रशासन का कहना है कि इस बार छठ पर्व पर “स्वच्छ घाट, सुरक्षित घाट” की थीम पर काम किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधा
भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए घाटों पर बैरिकेडिंग की जा रही है। भीड़ की दिशा तय करने के लिए विशेष रास्ते बनाए गए हैं ताकि लोगों को चढ़ने-उतरने में परेशानी न हो। घाटों के पास हेल्थ डेस्क, खोया-पाया केंद्र और पेयजल की व्यवस्था भी की जा रही है। इसके अलावा, गंगा किनारे की सड़कों पर अतिरिक्त स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं ताकि शाम के समय श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। प्रशासन की ओर से घाटों पर स्वयंसेवकों की भी तैनाती की जाएगी, जो श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और सहायता देंगे। छठ पर्व बिहार की पहचान और आस्था का प्रतीक है। इस पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा प्रशासन की प्राथमिकता होती है। इस बार की तैयारियां बताती हैं कि पटना जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी मिलकर इस त्योहार को आधुनिक तकनीक और परंपरा के संगम के रूप में मनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। 35 घाटों पर कैमरों की निगरानी, एनआईटी घाट पर कंट्रोल रूम और वॉट्सऐप चैटबॉट जैसी पहलें यह दर्शाती हैं कि छठ पर्व को पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।

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