पीपीयू में स्नातक एडमिशन में छात्रों को एक और मौका, एक से 4 अगस्त तक आवेदन, पांच को आएगी मेरिट लिस्ट
 
                पटना। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू), पटना ने स्नातक स्तर पर बीए, बीएससी और बीकॉम कोर्स में दाखिले के लिए छात्रों को एक और अवसर प्रदान किया है। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया है कि यह मौका उन छात्रों के लिए अंतिम है, जो अब तक किसी कारणवश आवेदन नहीं कर पाए थे। नए आवेदन की तिथि 1 अगस्त से 4 अगस्त निर्धारित की गई है।
गलतियों को सुधारने का मिलेगा अवसर
यूनिवर्सिटी ने उन छात्रों के लिए भी राहत की खबर दी है, जिनके पहले किए गए ऑनलाइन आवेदन में किसी प्रकार की गलती के कारण उनका नामांकन नहीं हो पाया था। ऐसे विद्यार्थी 1 से 4 अगस्त के बीच अपने आवेदन पत्र में आवश्यक संशोधन कर सकते हैं। इसके लिए छात्र यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर अपने यूजर आईडी और पासवर्ड का प्रयोग करते हुए लॉगिन करेंगे और सुधार की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
कॉलेज और विषय चयन अनिवार्य
पीपीयू के डीन प्रोफेसर राजीव रंजन ने बताया कि छात्रों को विषय और सीट की उपलब्धता के अनुसार अधिकतम दो महाविद्यालय का चयन करना अनिवार्य होगा। यदि छात्र कॉलेज का चयन नहीं करते हैं तो वे किसी भी कॉलेज की मेधा सूची में स्थान नहीं पा सकेंगे। इसलिए छात्रों को सलाह दी गई है कि वे सोच-समझकर कॉलेज चयन करें।
मेधा सूची 5 अगस्त को जारी होगी
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताया कि सभी आवेदन और संशोधन की प्रक्रिया के बाद 5 अगस्त को मेधा सूची (मेरिट लिस्ट) जारी की जाएगी। इसके आधार पर विद्यार्थियों का अंतिम नामांकन 7 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यह आवेदन का अंतिम अवसर है और इसके बाद कोई अतिरिक्त मौका नहीं दिया जाएगा।
अब तक 80 हजार छात्रों का हो चुका नामांकन
अब तक पीपीयू में लगभग 80 हजार छात्रों का सफल नामांकन हो चुका है। इस बार नामांकन प्रक्रिया को पहले की तुलना में अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया गया है। छात्रों की सुविधा के लिए समय-समय पर वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की जा रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत टास्क फोर्स का गठन
इधर, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करने के दिशा में एक और कदम उठाया है। यूनिवर्सिटी स्तर पर एनईपी टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया गया है, जो नीति के प्रमुख प्रावधानों को लागू करने की रूपरेखा तैयार करेगा। एनईपी के प्रमुख बिंदुओं पर फोकस
एनईपी टास्क फोर्स बहु-विषयक शिक्षा, चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, कौशल विकास, अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी), लचीली शिक्षा प्रणाली और छात्र-केंद्रित शिक्षण पद्धतियों के प्रभावी क्रियान्वयन पर काम करेगा। इससे विश्वविद्यालय की शिक्षा प्रणाली को अधिक आधुनिक, व्यवहारिक और विद्यार्थियों की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने में मदद मिलेगी। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी का यह निर्णय उन हजारों छात्रों के लिए राहत का कारण बना है जो किसी कारणवश पहले आवेदन से वंचित रह गए थे। साथ ही एनईपी 2020 को लेकर यूनिवर्सिटी द्वारा उठाए जा रहे कदम भविष्य में शिक्षा के स्वरूप में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते आवेदन की प्रक्रिया पूरी करें, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।



 
                                             
                                             
                                             
                                        