पटना में गैस सर्विस कर्मी से छिनतई, अपराधियों ने बैंक जाते समय छीने रुपए, लोगों ने एक किलोमीटर दौड़कर पकड़ा
पटना। पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर एक बड़ी छिनतई की घटना सामने आई। हालांकि इस वारदात का अंत अपराधी की गिरफ्तारी के साथ हुआ, वह भी इसलिए क्योंकि पीड़ित ने हिम्मत नहीं हारी और राहगीरों ने उनका साथ दिया। मैसर्स एमएस इंडेन गैस सर्विस के कर्मचारी अनिल कुमार बैंक में पैसे जमा कराने जा रहे थे, तभी एक बदमाश ने उनके झोले में रखे लाखों रुपये छीनकर भागने की कोशिश की। लेकिन थोड़ी ही देर बाद चोरी का प्रयास नाकाम हो गया।
घटना कैसे हुई
अनिल कुमार दोपहर करीब 12 बजे कंकड़बाग मेन रोड स्थित एसबीआई बैंक की शाखा की ओर जा रहे थे। उनके झोले में गैस सर्विस से मिले कलेक्शन के 4 लाख रुपये थे। जब वे बैंक की सीढ़ियाँ चढ़ने ही वाले थे, तभी पीछे से आया एक युवक उनका बैग झपटकर भागने लगा। अचानक हुई इस वारदात से अनिल कुछ पल के लिए स्तब्ध जरूर हुए, पर उन्होंने तुरंत स्थिति संभाली और जोर-जोर से “चोर-चोर” चिल्लाते हुए बदमाश के पीछे दौड़ पड़े। भीड़भाड़ वाली इस सड़क पर उनका शोर सुनकर कई लोग मदद के लिए आगे आए।
एक किलोमीटर लंबा पीछा
बदमाश तेजी से आगे की ओर भागता रहा, लेकिन अनिल लगातार उसका पीछा करते रहे। गाड़ी-भाड़े और ट्रैफिक के बीच अनिल की आवाज सुनकर राहगीरों ने भी युवक का पीछा करना शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी को कुछ लोगों ने पहले भी पकड़ा था, लेकिन उसने धक्का देकर खुद को छुड़ा लिया और सड़क पार कर आगे भागने लगा। फिर भी अनिल ने हार नहीं मानी और उसका पीछा जारी रखा। अंततः करीब एक किलोमीटर की दौड़ के बाद स्थानीय युवकों ने आरोपी को दोबारा पकड़ लिया।
राहगीरों ने सिखाया सबक
आरोपी को पकड़ने के बाद कुछ गुस्साए लोगों ने उसे मौके पर ही चांटे लगाए। इसके बाद लोगों ने फोन कर पुलिस को बुलाया। पुलिस की टीम मौके पर पहुँची और आरोपी को हिरासत में लेकर थाने ले गई। आरोपी की पहचान पटना जंक्शन स्थित रेलवे अस्पताल के एक कर्मचारी के रूप में हुई है। यह जानकारी सामने आने के बाद मामला और भी गंभीर हो गया है, क्योंकि आरोपी किसी संवेदनशील पद पर कार्यरत था।
अनिल कुमार ने बताई घटना की पूरी कहानी
अनिल कुमार ने बताया कि उनके झोले में कुल 4 लाख 10 हजार रुपये थे, जिन्हें वे रोजमर्रा की कलेक्शन के तौर पर बैंक में जमा कराने जा रहे थे। उन्होंने कहा कि वे बैंक की सीढ़ियाँ चढ़ ही रहे थे कि अचानक पीछे से आए युवक ने बैग छीनकर भागना शुरू कर दिया। अनिल ने कहा, “मैं उसके पीछे भागता रहा और चोर-चोर चिल्लाता रहा। लोगों ने मेरी आवाज सुनकर मदद की। पहले पकड़ा भी लिया गया था, लेकिन वह छूटकर भाग गया। आखिरकार लोगों ने दोबारा उसे पकड़ लिया। पुलिस के आते ही बैग की जांच की गई और पूरा पैसा सुरक्षित मिल गया।”
पुलिस की प्रतिक्रिया
पूर्वी एसपी परिचय कुमार ने इस घटना पर बताया कि स्थानीय लोगों की सतर्कता और साहस के कारण आरोपी को पकड़ लिया गया और पूरी रकम बरामद कर ली गई है। उन्होंने कहा कि आरोपी के बारे में गहराई से जांच की जा रही है कि क्या उसने पहले भी ऐसी घटनाएँ की हैं या यह उसकी पहली कोशिश थी। एसपी ने यह भी कहा कि भीड़ की मदद से अपराधी की तत्काल गिरफ्तारी पुलिस-जन सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि ऐसे मामलों में हिम्मत दिखाने के साथ ही पुलिस को तुरंत सूचना देना बेहद जरूरी है। कंकड़बाग की यह घटना जहां एक ओर शहर में बढ़ते अपराध की ओर इशारा करती है, वहीं यह भी दर्शाती है कि अगर नागरिक सतर्क और साहसी हों तो अपराधियों का हौसला पस्त किया जा सकता है। अनिल कुमार की बहादुरी और स्थानीय लोगों के सहयोग के कारण 4 लाख रुपये की चोरी टल गई और आरोपी गिरफ्तार हो गया। पुलिस अब मामले की गहन जांच में जुटी है, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।


