कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग करने वाला गैंगस्टर दिल्ली से गिरफ्तार, पिस्टल और आठ जिंदा कारतूस बरामद
नई दिल्ली। कनाडा में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर हुए फायरिंग मामलों की गूंज अब भारत तक पहुंच गई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य साजिशकर्ता को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आई हैं, जो न सिर्फ इन हमलों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की ओर इशारा करती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि अपराधी किस तरह देश के बाहर से भी अपनी गतिविधियाँ संचालित कर रहे हैं।
गैंगस्टर की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस के अनुसार पकड़ा गया आरोपी बंधु मान सिंह सेखों, गोल्डी ढिल्लों गैंग से जुड़ा एक सक्रिय अपराधी है। यह गैंग भारत और कनाडा के बीच अपराध जगत का एक अहम नेटवर्क माना जाता है। सेखों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह काफी समय से पुलिस के रडार पर था। क्राइम ब्रांच ने उसे दिल्ली से पकड़ा, जिसके बाद उसके कब्जे से एक हाई-एंड चाइनीज पिस्टल पीएक्स-3 और आठ जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस का कहना है कि यह हथियार अक्सर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के जरिए तस्करी कर भारत तक पहुँचते हैं।
कैफे पर लगातार हुए हमले
कनाडा के सरे इलाके में कपिल शर्मा का कैफे इस साल जुलाई में शुरू हुआ था। लेकिन इसके उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद से अप्रत्याशित घटनाएँ सामने आने लगीं। 10 जुलाई को पहली बार अज्ञात लोगों ने कैफे पर फायरिंग की। इस घटना के बाद 7 अगस्त और फिर 16 अक्टूबर को दो और हमले हुए। लगातार तीन बार फायरिंग होने से स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठने लगे, हालांकि अच्छा यह रहा कि इन घटनाओं में कोई घायल नहीं हुआ। इन हमलों ने कैफे के कर्मियों और स्थानीय लोगों में असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया।
कपिल शर्मा की प्रतिक्रिया
इन घटनाओं के बाद कपिल शर्मा ने मुंबई में दिए एक बयान में कहा कि कनाडा में सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर उन्हें हैरानी हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि कनाडा के स्थानीय नियम और पुलिस तंत्र शायद ऐसी घटनाओं को तुरंत नियंत्रित करने में सक्षम नहीं हैं। लेकिन जब उनके कैफे पर लगातार फायरिंग हुई, तो मामला कनाडा की संघीय सरकार तक पहुंच गया। यहाँ तक कि संसद में भी इस पर चर्चा की गई। कपिल ने यह भी बताया कि हर हमले के बाद कैफे में आने वाले लोगों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ गई। लोगों का समर्थन देखकर उन्हें यह विश्वास हुआ कि कठिनाइयों के बावजूद सबकुछ ठीक होगा। उन्होंने कहा कि जब भगवान साथ होता है तो रास्ता अपने आप बन जाता है।
फायरिंग के बाद बढ़ी जागरूकता
कपिल शर्मा ने यह भी बताया कि इन घटनाओं के बाद वहाँ की कई महत्वपूर्ण हस्तियों और आम नागरिकों ने उनसे संपर्क कर अपनी चिंता व्यक्त की। लोगों ने उन्हें बताया कि इलाके में पहले भी कई छोटे-बड़े अपराध होते रहे हैं, लेकिन कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग होने के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। इस घटना ने देशभर के लोगों का ध्यान इस विषय की ओर खींचा और अब वहाँ की सरकार कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अधिक सख्त कदम उठाने की दिशा में काम कर रही है।
भारत में सुरक्षित महसूस करने की बात
कपिल शर्मा ने इस बातचीत के दौरान यह भी कहा कि उन्होंने भारत में, विशेष रूप से मुंबई में, कभी भी असुरक्षित महसूस नहीं किया। उनके अनुसार मुंबई जैसा सुरक्षित और व्यवस्थित शहर दुनिया में बहुत कम हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पुलिस और प्रशासन अपराध नियंत्रण को लेकर सतर्कता बनाए रखते हैं, जिससे सामान्य नागरिकों और सार्वजनिक हस्तियों को सुरक्षा की भावना मिलती है।
अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क पर सवाल
बंधु मान सिंह सेखों की गिरफ्तारी यह दिखाती है कि भारत-कनाडा अपराध नेटवर्क किस प्रकार सक्रिय है। विदेश में हुई घटना को भारत से संचालित करवाना इस बात का संकेत है कि अपराधी सीमाओं के पार भी अपने नेटवर्क को मजबूत कर चुके हैं। दिल्ली पुलिस अब यह जानने की कोशिश में है कि इस पूरे मामले में और कौन लोग शामिल हैं, हथियार कैसे पहुँचे, और हमलों का वास्तविक उद्देश्य क्या था। कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर हुए फायरिंग मामले ने न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क को उजागर किया है, बल्कि वहाँ के सुरक्षा प्रबंधों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर बंधु मान सिंह सेखों की गिरफ्तारी इस दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। अब पुलिस और जांच एजेंसियाँ इस मामले को और गहराई से खंगाल रही हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।


