CM नीतीश ने लिया गंगा जल उद्वह योजना की कार्यों का जायजा, बोले- निर्धारित समय में कार्य तेजी से करें पूर्ण

  • नालंदा, नवादा एवं गया जिले में विभिन्न स्थलों पर योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति का लिया जायजा

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गंगा उद्वह योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति का नालंदा, नवादा एवं गया जिले के विभिन्न स्थलों पर जाकर जमीनी जायजा लिया। उन्होंने नवादा के मोतनाजे जाकर गंगा उद्वह योजना के अंतर्गत जारी कार्यों का निरीक्षण किया। मोतनाजे में जल भंडारण हेतु निर्माणाधीन टैंक सह पंप हाउस का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि यहां से राजगीर एवं नवादा के लिए गंगा जल की आपूर्ति की जायेगी।


योजना पर सरकार बड़ी राशि खर्च कर रही
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एलायनमेंट इस प्रकार रखें कि पानी का प्रवाह ठीक ढंग से हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा जल उद्वह योजना एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके माध्यम से राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा के लोगों को गंगा जल शुद्ध पेयजल के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना पर सरकार बड़ी राशि खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में इस योजना का कार्य तेजी से पूर्ण करें।


शहरों की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रख योजना पर काम करें
मुख्यमंत्री ने गया जिले के अंतर्गत तेतर जाकर तेतर जलाशय, अर्दन डैम के निर्माणाधीन कार्य की भी जानकारी ली और तेजी से कार्य पूर्ण करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये। सीएम नीतीश ने गया जिला स्थित अवगिल्ला मानपुर में निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र के विभिन्न अवयवों एवं जल भंडारण हेतु टैंक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जल शोधन प्रक्रिया और गया तथा बोधगया के लिए जलापूर्ति योजना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जलापूर्ति योजना के अंतर्गत लोगों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो, इसका आकलन ठीक से कर लें। शहरों की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए योजना पर काम करें। मुख्यमंत्री ने सीताकुंड जाकर प्रस्तावित सस्पेंशन ब्रीज स्थल का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इसके निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर के पास निर्माणाधीन रबर डैम की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फल्गु नदी में प्रवाहित होने से पहले शहर के गंदे पानी को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से स्वच्छ करने की व्यवस्था करें ताकि लोगों को सहुलियत हो।


ये रहे मौजूद
स्थल निरीक्षण के दौरान नालंदा के सांसद कौशलेन्द्र कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, अपर मुख्य सचिव, पथ निर्माण सह स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बुडको के प्रबंध निदेशक रमन कुमार, मगध रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमित लोढ़ा, तीनों जिला के डीएम तथा एसएसपी सहित अन्य पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे।

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