October 28, 2025

दिल्ली में तेजस्वी की ललकार, कहा- तूफानों से लड़ने का मजा अलग, हम लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी

नई दिल्ली/पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को बड़ा झटका लगा है। सोमवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने आईआरसीटीसी घोटाला मामले में लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर आरोप तय कर दिए। अदालत ने लालू यादव को मुख्य आरोपी बनाया है और उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत केस दर्ज किया गया है।
अदालत में लालू-राबड़ी का जवाब
अदालत में जब लालू प्रसाद यादव से पूछा गया कि क्या वे अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार करते हैं, तो उन्होंने साफ कहा कि वे निर्दोष हैं और उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। राबड़ी देवी ने भी अदालत में यही कहा कि यह केस राजनीतिक रूप से प्रेरित है और वे इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी। दोनों ने अदालत में यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई अवैध भूमि खरीद या घोटाला नहीं किया है।
तेजस्वी यादव का बीजेपी पर तीखा हमला
अदालत में आरोप तय होने के कुछ ही घंटों बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब तक देश में “दंगाई और संविधान विरोधी ताकतें” सत्ता में हैं, तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे। तेजस्वी ने कहा, “तूफानों से लड़ने का मजा ही कुछ और है। हमने संघर्ष का रास्ता चुना है और संघर्ष करते हुए ही मंजिल तक पहुंचेंगे।” उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर भी पलटवार किया। तेजस्वी ने कहा, “अमित शाह बिहार आए और हमें धमकी दी कि वे हमें चुनाव लड़ने लायक नहीं छोड़ेंगे। लेकिन हम बिहारी हैं, बाहरी से नहीं डरते। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”
विपक्ष का बीजेपी पर आरोप
राजद के साथ-साथ विपक्षी दलों ने भी बीजेपी पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। विपक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए जांच एजेंसियों और अदालतों का इस्तेमाल कर रही है। उनका दावा है कि यह पूरा मामला चुनाव से पहले विपक्ष की छवि को कमजोर करने की कोशिश है।
रोहिणी आचार्य का भावनात्मक ट्वीट
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी सोशल मीडिया पर अपने पिता और परिवार के समर्थन में एक भावनात्मक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि यह लड़ाई संविधान, लोकतंत्र और वंचितों-शोषितों के हक की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि पहले भी कई साजिशें रची गईं, बाधाएं आईं, लेकिन वे कभी नहीं डिगे और आगे भी नहीं डिगेंगे। रोहिणी ने आगे कहा कि “सत्य के संघर्ष को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता। अदालत जनता से बड़ी कोई नहीं होती। अंततः फैसला जनता ही सुनाएगी, और यह संघर्ष इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।”
एनडीए बनाम राजद की सियासी जंग
बिहार चुनाव से पहले यह मामला एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए सियासी चुनौती बन गया है। जहां बीजेपी इस मामले को भ्रष्टाचार से जोड़ रही है, वहीं राजद इसे सियासी प्रतिशोध बता रही है। तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में बार-बार यह दोहराया कि यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विचारधारा की है। उन्होंने कहा कि वे उस बिहार के लिए लड़ रहे हैं जहां हर वर्ग को सम्मान मिले और युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हों। तेजस्वी का यह बयान उनके समर्थकों में जोश भरने वाला रहा और सोशल मीडिया पर उनके भाषण के अंश वायरल हो गए।
चुनावी रणभूमि में नया मोड़
लालू परिवार पर आरोप तय होने से बिहार के चुनावी समीकरणों में नया मोड़ आ गया है। एक ओर एनडीए इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है, तो दूसरी ओर महागठबंधन इसे लोकतंत्र की लड़ाई करार दे रहा है। तेजस्वी यादव का कहना है कि वे डरने वाले नहीं हैं और आने वाले चुनाव में जनता ही सच्चाई का फैसला करेगी। आईआरसीटीसी घोटाला मामला अब केवल कानूनी नहीं, बल्कि राजनीतिक मुद्दा बन गया है। लालू यादव और उनके परिवार पर लगे आरोपों से बिहार की सियासत में गर्मी बढ़ गई है। एक ओर बीजेपी इसे न्याय की जीत बता रही है, वहीं राजद इसे साजिश का नाम दे रही है। तेजस्वी यादव ने साफ कहा है कि वे हर परिस्थितियों में संघर्ष जारी रखेंगे — “हम लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी।”
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बिहार की राजनीति में लालू परिवार आज भी केंद्र में है और उनके हर कदम पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।

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