युवक के साथ मारपीट के आरोपों का एएसपी ने किया खंडन, रोको-टोको अभियान के तहत हुई कार्रवाई

फुलवारीशरीफ।(अजित)।राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन के पश्चिमी आउटर पर वाहन जांच कर रही लोकल थाना पुलिस पर एक बाइक सवार युवक के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट करने का वीडियो वायरल होने के बाद एडिशनल एसपी ने इसका जोरदार खंडन किया

फुलवारीशरीफ एएसपी विक्रम सेहाग ने बताया कि फुलवारीशरीफ थाना में बिरला कॉलोनी एवं स्टेशन के आस पास मॉर्निंग वाक करने वालो की सुरक्षा हेतु में मॉर्निंग गश्ती, वाहन चेकिंग एवं सन्दिगध की पहचान हेतु रोको टोको अभियान चलाया जा रहा था.इसी क्रम में आज 12 जून को फुलवारी शरीफ रेलवे गुमटी के पास एक युवक अपनी गाड़ी लेकर आया.जिनका उम्र लगभग 20 वर्ष के आस-पास था.इनके द्वारा अपने गाड़ी का आगे से भी एक नंबर मिटाया हुआ था एवं पीछे का भी वही नंबर मिटाया हुआ था.जिससे यह संदेह हुआ कि या तो यह अपराधी प्रवृत्ति के हैं अपराध करने की योजना है. उन्होंने बताया कि जगह-जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरे जिसमें फाइन होता है.फाइन से बचने के लिए या अपराध करने के बाद पुलिस इनको पकड़ ना सके एवं यह पकड़े न जा सके इसके लिए अपना एक ही नंबर आगे से भी एवं पीछे से भी मिटा दिए हैं. यह संदेह होने पर रोक कर पूछताछ की गई तो उनके द्वारा इस संबंध में ना कोई स्पष्ट जवाब दिया गया और ना ही कोई कागजात दिखाई गई.उल्टा पुलिस से रोब के साथ तथा सस्पेंड कराने, वर्दी उतरवाने की धमकी वाले अंदाज में पेश हुए.तब पुलिस वाले बोले कि आपकी गाड़ी को जांच हेतु थाना ले जाई जाएगी. परंतु वह अपनी गाड़ी का चाबी नहीं दिए तो पुलिस को काफी मसक्कत के बाद उनके हाथ से चाबी को छीनना पड़ा. उसके बाद गाड़ी स्टार्ट कर थाना पर लाई गई जो अभी भी सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से थाना परिसर में रखा हुआ है. चाबी छीनने के क्रम में इस चाबी से उनके हाथ पर मामूली खरोच लगा है जिससे उन्हें इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले आने के लिए गाड़ी पर बैठने को कहा गया. परंतु पुनः वह अस्पताल ना जाकर वीडियो बनाते हुए पुलिसकर्मियों को गलत ठहरने की कोशिश करने लगा.एएसपी ने कहा पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र में रहते हुए सभी क़ानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया है.
बताया जाता है की जिस युवक की पिटाई पुलिस के द्वारा की गई है वह युवक एक क्रिकेट खिलाड़ी है और प्रेक्टिस करने के लिए सुबह मिथिलेश स्टेडियम जा रहा था. इसी क्रम में पुलिस कर्मियों द्वारा जब कागज की मांग की गई तो वह नाबालिक युवक जिसकी उम्र 17 वर्ष है उसके द्वारा ऑनलाइन कागज दिखाने के बावजूद पुलिस वाले उसकी पिटाई कर दिया.इस संदर्भ में पुलिस अधिकारी का कहना है की मारपीट नहीं किया गया चाबी छीनने के दौरान उसका हाथ चोटिल हो गया.