CM नीतीश बोले : जातिगत गणना में सबके बारे में मिलेगी पूरी जानकारी, बिहार का प्रजनन दर 4-5 साल में पहुंच जाएगा 2 पर

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर में एक की परिवार के 5 लोगों की खुदकुशी पर कहा कि यह घटना काफी दुखद है। घटना की जानकारी मिलते ही हमने अधिकारियों से इसकी जानकारी ली है। प्रशासन के लोग इस घटना की जांच में लगे हुए हैं कि आखिर क्यों परिवार के 5 लोगों ने सुसाइड की है। इसके कारणों का पता लगाने में प्रशासन के सभी लोग लगे हुए हैं।
मांझी एनडीए के ही पार्ट
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की एनडीए से नाराजगी के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि हमे तो ऐसा नहीं लगता है। वे एनडीए के पार्ट हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरे होने पर बड़े पैमाने पर समारोह के आयोजन को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग चाहेंगे कि संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर बड़े पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन हो। 5 जून को ही विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। हमलोग भी इस दिन को संपूर्ण क्रांति दिवस के साथ-साथ पर्यावरण दिवस के रूप में भी मनाते हैं। हमलोग इन सब चीजों के प्रति कमिटेड हैं, समाज में प्रेम और भाईचारे का भाव होना चाहिए। सब लोगों को अच्छे ढंग से काम करना चाहिए। विकास का काम भी तेजी से होना चाहिए। गलत काम किसी को भी नहीं करना चाहिए। लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के आदर्शों से ही हमलोगों ने सीख ली है।
गणना में सबके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी
जाति आधारित गणना से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जाति आधारित गणना हो जाएगी तो चाहे किसी धर्म, जाति, मजहब के हों, अपर कास्ट, बैकवर्ड, दलित, आदिवासी हों, सबके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। कोई भी किसी कम्युनिटी का हो उसकी आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलेगी और उसको बेहतर करने के लिये काम किया जायेगा। अभी अधिकारियों के साथ इसको लेकर एक-दो मीटिंग और करेंगे कि तेजी से और बढ़िया से काम हो सके। वैसे लोगों को भी इसमें शामिल किया जाएगा, जो पिछले किसी जनगणना कार्य में लगे हुए थे या उसका अनुभव रखते हैं। भूदान आंदोलन के समय दान में दी गई जमीन का आंकड़ा उपलब्ध नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर एक कमिटी बनाई गई है। इसको लेकर काम किया जा रहा है।
सिर्फ नियम-कानून बना देने से कुछ नहीं होता
जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सरकार में हमलोग आए थे तो प्रजनन दर 4.3 था जो अब घटकर 3 पर आ गया है। ये जो काम हमलोग कर रहे हैं उसको जारी रखेंगे तो चार-पांच साल में प्रजनन दर 2 पर पहुंच जाएगा। 2012-13 में इसका पूरा अध्ययन कराया गया। पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तब प्रजनन दर देश का और अपने यहां का भी 2 था। सिर्फ नियम और कानून बना देने से कुछ नहीं होता है। काम ऐसा हो कि सभी लोग उसे स्वभावत: करने लगें। चाइना का ही पता कर लीजिए। हम चाइना गए थे तो वहां भी इसके संबंध में अनुभव मिला था। उन्होंने कहा कि सबका अपना-अपना विचार है। हमारा इस पर अपना विचार है, सबको जागरूक कीजिए। तभी फायदा होगा। लड़की जब पढ़ लेगी तो सब ठीक होगा।
सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मेरी मुलाकात हुई है। राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की उन्होंने प्रशंसा की है। जब से लोगों की सेवा करने का मौका हमलोगों को मिला है, तब से लोगों की सुविधाओं का लगातार ख्याल रख रहे हैं। अस्पतालों की संख्या को काफी बढ़ाया गया है। काफी तादाद में डॉक्टरों की बहाली की गई है। अब सरकारी अस्पतालों में काफी तादाद में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में दवा का भी प्रबंध किया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार की योजनाओं का भी लाभ बिहार के लोगों को मिलता है। आयुष्मान भारत योजना का लाभ जिनको नहीं मिल पा रहा है, उनलोगों को भी इलाज में मदद देने का काम हमलोगों ने किया है। बिहार में कई मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कराया जा रहा है। हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना कराई जा रही है। कई जिलों में मेडिकल कॉलेज भी बनाए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से इन सब चीजों पर भी बात हुई है, उनसे सकारात्मक बातचीत हुई है। कोरोना के दौर में यहां के प्रशासन के लोगों एवं चिकित्सकों ने एक-एक चीजों का ध्यान रखा है। बिहार में काफी तादाद में टीकाकरण एवं कोरोना की जांच की जा रही है। 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच देश में सबसे ज्यादा बिहार में हो रही है।

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