November 17, 2025

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम को ले सुगबुगाहट तेज, CM नीतीश ने किया शेल्ड का मुआयना

पटना। 2005 में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बिहार के सत्ता में आगाज हुआ था, तब सीएम नीतीश ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की शुरूआत की थी। जनता दरबार में बिहार के कोने-कोने से लोग अपनी समस्याएं लेकर सीएम के पास पहुंचते थे और उन समस्याओं का आन स्पॉट निराकरण भी करते थे। जनता के दरबार में सीएम कार्यक्रम को देश स्तर पर काफी सराहा गया था और इस कार्यक्रम को देखकर अन्य राज्यों ने भी अपनाया था। अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की शुरूआत करने जा रहे हैं। इसकी सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसी क्रम में शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार के लिए बन रहे शेड का मुआयना किया। मुआयना करने के बाद सीएम नीतीश ने कहा कि जल्द ही जनता दरबार शुरू किया जाएगा।
अब सीएम सेक्रेटेरिएट में जनता दरबार
मिली जानकारी के अनुसार आज नीतीश कुमार ने सीएम सचिवालय में बन रहे जनता दरबार की शेल्ड का मुआयना किया। अब सीएम आवास की जगह पर सीएम सेक्रेटेरिएट में ही जनता दरबार लगेगा। बता दें सीएम नीतीश ने कहा था कि कोरोना कम होने के बाद जनता दरबार लगाया जाएगा, इसको लेकर प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
प्रत्येक सोमवार को लग सकता है दरबार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिलों से आने वाले लोगों से सीएम सचिवालय परिसर में रू-ब-रू होंगे। माना जा रहा है पहले की तरह प्रत्येक सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री उपस्थित होंगे। प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग विभागों के मामले लिये जायेंगे और संबंधित विभागों के अधिकारी भी जनता दरबार में मौजूद रहेंगे।
2006-16 तक लगा था दरबार
बता दें कि 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार ने जनता दरबार लगाने का ऐलान किया था। सीएम नीतीश 2006 से जनता दरबार लगाते थे, इसके बाद यह दरबार 2016 तक लगा, लेकिन लोक निवारण कानून पास होने के बाद जनता दरबार को बंद कर दिया गया।

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