मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल परिसर में नर्सिंग छात्रावास का किया शिलान्यास

मुजफ्फरपुर/पटना। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्होंने एसकेएमसीएच का निरीक्षण किया। इसके बाद होमी भाभा कैंसर अस्पताल अनुसंधान केंद्र परिसर में नर्सिंग छात्रावास का शिलान्यास किया। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कैंसर अस्पताल गरीबों के लिए वरदान है। जिस भवन का शिलान्यास हुआ है, वह दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद लोगों को और ज्यादा सुविधा मिल सकेगी। इसके साथ ही कई लोक कल्याणकारी योजनाओं का भी शिलान्यास किया गया है, जिनका लाभ भी यहां के लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कैंसर मरीज इलाज के लिए यहां से बाहर जाते थे, लेकिन अब उनका यहीं बेहतर इलाज हो रहा है। यह व्यवस्था और बेहतर हो सके, इसके लिए यह पहल की जा रही है। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने कुव्यवस्था की शिकार होकर अपनी किडनी गवां चुकी सुनीता को पांच लाख आर्थिक सहायता दी। सीएम नीतीश ने सुनीता को कैंसर अस्पताल परिसर में बुलाया, वहां हाल-चाल लिए और इसके बाद पांच लाख का चेक दिया। होमी भाभा कैंसर अस्पताल अनुसंधान केंद्र परिसर में नर्सिंग छात्रावास का शिलान्यास करने से पहले सीएम नीतीश कुमार ने एसकेएमसीएच परिसर में बने पीकू वार्ड का निरीक्षण किया। यह एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम पीड़ित बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यहां चमकी बुखार से पीड़ित उत्तर बिहार के बच्चों का इलाज कराया जा रहा है। मुख्‍यमंत्री नीतीश के आगमन के दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। बताया जा रहा है कि 500 के करीब पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इस मौके पर कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के प्रभारी डॉ. रविकांत सिंह, एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. दीपक कुमार, प्राचार्य डॉ. विभा कुमारी के साथ जिलाधिकारी प्रणव कुमार व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
सीएम बोले- घटना हो गई है तो उसके देखेंगे और जो लोग भी इससे पीड़ित हुए हैं उनके परिवार को तो मदद दिया ही जाएगा
वही नीतीश कुमार के मुजफ्फरपुर दौरे के बीच बागमदी नदी में हुए नाव हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संवेदनहीन बयान सामने आया है। मुजफ्फरपुर पहुंचे मुख्यमंत्री से जब मीडिया ने नाव हादसे से जुड़ा सवाल पूछा तो मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसा हो ही गया है तो मदद तो दिया ही जाएगा। इतना ही नहीं मौके पर पहुंचे डीएसपी ने तो इतना तक कह दिया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम किसी घटना के लिए तैयार होकर नहीं बैठी रहती है, आ जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को एसकेएमसीएच में नवनिर्मित पीकू वार्ड का उद्घाटन करने के लिए पहुंचने ही वाले थे कि इससे ठीक पहले गायघाट थाना क्षेत्र में बागमती नदी में स्कूली बच्चों से भरी नाव पलट गई। इस हादसे में एक दर्जन से अधिक बच्चे लापता बताए जा रहे हैं। जब मीडियाकर्मियों ने नाव हादसे से जुड़ा सवाल मुख्यमंत्री से पूछा तो उन्होंने सिर्फ इतना कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि अभी कह ही दिया है डीएम को वे देख लेंगे। घटना घट ही गई है तो उसके देखेगा और जो लोग भी इससे पीड़ित हुए हैं उनके परिवार को तो मदद दिया ही जाएगा। इतने बड़े हादसे के पर मुख्यमंत्री के इस तरह के बयान के बाद वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। उधर, हादसे के करीब एक घंटे बीत जाने के बाद घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर नहीं पहुंच सकी थी। घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी से जब मीडियाकर्मियों ने एनडीआरएफ की टीम को पहुंचने में हुई देरी पर सवाल पूछा तो डीएसपी साहब झल्ला उठे और कह दिया कि, ‘मुजफ्फरपुर और यहां की दूरी क्या है बताईए जरा आप ही। तुरंत अगर बैठा हो इसी के इंतजार में कि कोई घटना घटेगी और हम तैयारी में हैं। सूचना मिली है और वे तैयार हैं। मैं बाहर था और तैयारी हालत में था तो तुरंत पहुंच गया।

 

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