October 28, 2025

गोवा के पूर्व सीएम रवि नाइक का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस, पीएम ने जताया शोक

पणजी। गोवा की राजनीति के वरिष्ठ और सम्मानित नेता, पूर्व मुख्यमंत्री तथा कृषि मंत्री रवि नाइक का बुधवार की सुबह निधन हो गया। 79 वर्ष की आयु में उन्होंने पोंडा के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट (हृदयाघात) आया था। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। राजनीतिक जगत से लेकर आम नागरिकों तक सभी ने इस क्षति को अपूरणीय बताया।
निधन से फैला शोक और संवेदनाओं की लहर
रवि नाइक के निधन की खबर सामने आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और कई अन्य प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें “अनुभवी प्रशासक और समर्पित लोकसेवक” बताया। उन्होंने कहा कि रवि नाइक ने गोवा की जनता की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अपने शोक संदेश में कहा कि रवि नाइक गोवा की राजनीति के ऐसे नेता थे जिन्होंने राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि नाइक का निधन गोवा के लिए एक बड़ी क्षति है, जिसे पूरा करना आसान नहीं होगा।
एक जननेता की सादगीभरी राजनीतिक यात्रा
रवि नाइक का राजनीतिक जीवन हमेशा जमीन से जुड़ा रहा। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत स्थानीय स्तर पर पोंडा नगर परिषद के पार्षद के रूप में की थी। यहीं से उन्होंने जनता की समस्याओं को करीब से समझा और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू की। 1984 में पहली बार वे विधायक चुने गए और अपनी सक्रियता, कार्यशैली तथा लोकप्रियता के कारण वे जल्द ही राज्य की राजनीति में प्रमुख चेहरा बन गए। 1991 में उन्हें गोवा का मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। यह उनके राजनीतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने उन्हें प्रदेश और राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में ला दिया।
मुख्यमंत्री के रूप में विकास की दिशा
मुख्यमंत्री रहते हुए रवि नाइक ने गोवा के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी। उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने, पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन देने और ग्रामीण इलाकों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए। उनके नेतृत्व में गोवा ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की। उनकी नीतियों में पारदर्शिता और जनहित को प्रमुख स्थान दिया गया था। वे सदैव एक ऐसे नेता के रूप में जाने जाते रहे जिन्होंने पार्टी से ऊपर उठकर राज्य के हितों को प्राथमिकता दी।
कृषि मंत्री के रूप में किसानों के मसीहा
मुख्यमंत्री पद के बाद भी रवि नाइक ने राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। कृषि मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल को विशेष रूप से सराहा गया। उन्होंने किसानों के उत्थान और ग्रामीण विकास के लिए कई योजनाएं लागू कीं। उनकी पहल पर गोवा में आधुनिक खेती के तरीके अपनाने को बढ़ावा मिला। सिंचाई, उर्वरक वितरण और कृषि प्रशिक्षण जैसी योजनाओं को उन्होंने सशक्त रूप दिया। ग्रामीण इलाकों में उनकी नीतियों से कृषि उत्पादन में सुधार हुआ और किसानों का जीवन स्तर बेहतर हुआ।
जनता के बीच लोकप्रियता और विनम्र व्यक्तित्व
रवि नाइक न केवल एक कुशल राजनेता थे बल्कि एक संवेदनशील और सरल स्वभाव के व्यक्ति भी थे। वे जनता से सीधे संवाद करने और उनकी समस्याओं को सुनने में विश्वास रखते थे। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के चार दशकों में हमेशा जनता का समर्थन पाया। उनके सहयोगी और विरोधी, दोनों ही उनकी कार्यनिष्ठा और सादगी की सराहना करते थे। उनके नेतृत्व में गोवा की राजनीति ने स्थिरता और विकास दोनों का अनुभव किया।
राज्य और देश के लिए अपूरणीय क्षति
रवि नाइक का निधन गोवा ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। वे उन नेताओं में से थे जिन्होंने राजनीतिक जीवन को सेवा का माध्यम माना। उनके योगदान को राज्य लंबे समय तक याद करेगा। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घोषणा की है कि राज्य सरकार उनके सम्मान में राजकीय शोक मनाएगी और उनके योगदान को याद करते हुए विशेष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी। रवि नाइक का जीवन समर्पण, ईमानदारी और जनसेवा का प्रतीक था। उन्होंने राजनीति को केवल सत्ता का माध्यम नहीं बल्कि समाज के उत्थान का साधन माना। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के रूप में उन्होंने जो कार्य किए, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे। उनका निधन गोवा की राजनीति में एक युग का अंत है, लेकिन उनके कार्य और विचार हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। गोवा की जनता उन्हें एक सच्चे जननेता और समर्पित सेवक के रूप में सदैव याद रखेगी।

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