पटना में 50 लाख की विदेशी शराब बरामद, ट्रक से तस्करी, हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

पटना। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब की तस्करी के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में पटना जिले के फतुहा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 लाख रुपये मूल्य की विदेशी शराब जब्त की है। इस अभियान में हरियाणा के दो शराब तस्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस और मद्यनिषेध इकाई की संयुक्त कार्रवाई से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ है कि शराब तस्करी का नेटवर्क अंतरराज्यीय स्तर पर काम कर रहा है।
विशेष सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई गुरुवार की शाम को की गई। फतुहा पुलिस को यह सफलता मद्यनिषेध इकाई, बिहार, पटना से मिली गुप्त सूचना के आधार पर मिली। सूचना मिलने के बाद फतुहा थानाध्यक्ष रूपक कुमार अंबुज के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया और फोरलेन आरओबी के पास नाकेबंदी की गई। नाकेबंदी के दौरान एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया और उसकी तलाशी ली गई।
लकड़ी के बुरादे के नीचे छुपाई गई शराब
ट्रक की पहली नजर में तलाशी लेने पर उसमें प्लास्टिक के बोरे दिखे, जिनमें सड़ा-गला लकड़ी का बुरादा भरा हुआ था। लेकिन पुलिस की गहन जांच में बड़ा खुलासा हुआ। ट्रक के डाले में लोहे के फ्रेम और प्लाई की सहायता से एक गुप्त केबिन तैयार किया गया था। इस केबिन में बड़ी चतुराई से अंग्रेजी शराब के कार्टन छिपाए गए थे। यह तरीका शराब तस्करों की पेशेवर सोच और नेटवर्क की जटिलता को दर्शाता है।
बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी
गुप्त केबिन से कुल 3556 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई है। जब्त शराब की अनुमानित कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने ट्रक, दो स्मार्ट फोन और एक फास्ट टैग भी जब्त किया है। शराब के साथ पकड़े गए दोनों तस्करों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के जितेंद्र मोहर सिंह और अनिल कुमार के रूप में की गई है, जिनकी उम्र लगभग 39 वर्ष बताई जा रही है।
पूछताछ और जांच जारी
फतुहा के एसडीपीओ अवधेश प्रसाद ने प्रेस वार्ता में बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस बात की तह में जा रही है कि शराब कहां से लाई गई और किसे पहुंचाई जानी थी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और तस्करी का यह नेटवर्क कहां-कहां फैला हुआ है।
मद्यनिषेध अभियान को मजबूती
यह कार्रवाई बिहार में शराबबंदी कानून के तहत चलाए जा रहे मद्यनिषेध अभियान की सफलता को दर्शाती है। हालांकि शराब तस्कर नए-नए तरीके अपना कर कानून की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस और मद्यनिषेध इकाई की सक्रियता से ऐसे मामलों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन की सख्ती
फतुहा पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि शराब तस्करों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह भी कहना है कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। फतुहा में हुई इस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि भले ही बिहार में शराबबंदी कानून लागू हो, लेकिन शराब तस्कर अब भी सक्रिय हैं और वे राज्य में शराब की तस्करी के लिए नए-नए रास्ते अपना रहे हैं। इस घटना से यह भी संकेत मिलता है कि राज्य में अवैध व्यापार के खिलाफ सतर्कता बनाए रखना बेहद जरूरी है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे न केवल सख्त कार्रवाई करें, बल्कि स्थानीय स्तर पर जागरूकता भी फैलाएं ताकि जनता भी इस अभियान में सहयोग कर सके।
