कटिहार में 27 लीटर विदेशी शराब की खेप बरामद, तस्कर फरार, छापेमारी मारी

कटिहार। बिहार में 2016 से लागू शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का धंधा पूरी तरह खत्म नहीं हो पाया है। राज्य सरकार के प्रयासों और पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद अवैध शराब का कारोबार एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। इसी कड़ी में मंगलवार को कटिहार पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन के तहत नगर थाना क्षेत्र के टियर पारा मोहल्ले में छापेमारी कर 27 लीटर विदेशी शराब बरामद की। हालांकि, इस दौरान मुख्य आरोपी मोहन पासवान भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है। बिहार सरकार ने 2016 में शराबबंदी लागू की थी। इस नीति का उद्देश्य राज्य में शराब के सेवन से जुड़े सामाजिक और आर्थिक दुष्प्रभावों को खत्म करना था। लेकिन शराबबंदी लागू होने के बाद अवैध शराब का कारोबार तेजी से बढ़ा। शराब माफियाओं ने चोरी-छिपे शराब की सप्लाई और बिक्री शुरू कर दी। इसके चलते पुलिस और प्रशासन के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गईं। शराबबंदी नीति के तहत राज्य में शराब का उत्पादन, बिक्री और सेवन गैरकानूनी है। इसके बावजूद, राज्य के कई जिलों में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कटिहार जिले में भी यह समस्या गंभीर बनी हुई है। कटिहार पुलिस ने नशा मुक्ति और अवैध शराब कारोबार पर लगाम लगाने के लिए ऑपरेशन क्लीन अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत पुलिस नियमित छापेमारी करती है और अवैध शराब की बरामदगी सुनिश्चित करती है। मंगलवार को नगर थाना क्षेत्र के टियर पारा मोहल्ले में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारा। इस दौरान 27 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई। लेकिन छापेमारी से पहले ही मुख्य आरोपी मोहन पासवान मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शराब को जब्त कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। शराब तस्करी के इस मामले में पुलिस को आरोपी के नेटवर्क का भी संदेह है। मोहन पासवान जैसे तस्कर अक्सर संगठित गिरोहों का हिस्सा होते हैं, जो राज्य के बाहर से शराब लाकर स्थानीय स्तर पर इसकी बिक्री करते हैं। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए और बड़े स्तर पर कार्रवाई की जरूरत है। हालांकि, पुलिस के लिए यह चुनौतीपूर्ण है क्योंकि तस्कर गुप्त रास्तों और नेटवर्क के जरिए शराब को राज्य में लाते हैं। कटिहार जैसे सीमावर्ती इलाकों में अवैध शराब की तस्करी रोकना और भी मुश्किल हो जाता है। पुलिस का कहना है कि आरोपी मोहन पासवान की तलाश जारी है। क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से पुलिस जल्द ही आरोपी को पकड़ने का दावा कर रही है। साथ ही, तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करने की योजना है। शराबबंदी नीति के बावजूद अवैध शराब का कारोबार राज्य में गंभीर समस्या बनी हुई है। नियमित छापेमारी और जब्ती के बावजूद तस्करी के मामलों में कमी नहीं आ रही है। इससे सरकार की नीति और उसके क्रियान्वयन पर सवाल खड़े होते हैं। पुलिस और प्रशासन को अवैध शराब के खिलाफ और अधिक सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है। इसके लिए सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाने, तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने और स्थानीय लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। कटिहार जिले में 27 लीटर विदेशी शराब की बरामदगी ने एक बार फिर साबित किया है कि शराबबंदी के बावजूद अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन तस्करों के खिलाफ ठोस और व्यापक कदम उठाना जरूरी है। यह केवल कानून-व्यवस्था का सवाल नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक मुद्दा भी है, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
