PATNA : राजधानी में जल्द शुरू होगा तैरता हुआ CNG स्टेशन, प्रदूषण की समस्या से मिलेगा निजात

पटना। आने वाले समय में राजधानी पटना को नामों पर तैरते हुए सीएनजी स्टेशनों की सौगात मिलेगी। बता दें कि यह व्यवस्था अभी उत्तर प्रदेश के बनारस में स्थित है लेकिन जल्द ही यह राजधानी पटना में भी शुरू होगी। इस संबंध में गेल के वरीय पदाधिकारियों ने तैयारियां करना शुरू कर दिया है। बता दें कि वर्तमान समय में राजधानी पटना में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनी हुई है। वैसे में गंगा के किनारे लगने वाले नाव जो अधिकार से डीजल से संचालित होते हैं उनके धुए से भी वायु प्रदूषण होता है जिसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अब गंगा के किनारे नाव पर सीएनजी स्टेशन स्थापित किए जाएंगे और नावों को सीएनजी चालित बनाया जाएगा। खबरों की माने तो इन सीएनजी स्टेशनों को दीघा, बांस घाट या गायघाट के किनारे लगाया जा सकता है

यह सीएनजी स्टेशन नदी किनारे नाव से हो रहे वायु प्रदूषण को रोकने में मदद करेगें। जानकारी के मुताबिक, अभी पटना के दीघा से लेकर फतुहा तक 1 हजार से अधिक नावों का संचालन किया जाता है। इस संबध में गेल के वरीय अधिकारियों ने इसे देखते हुए सरकार के सहयोग से आने वाले कुछ वर्षों में राजधानी पटना में भी नदी किनारे सीएनजी स्टेशन शुरू करने का निर्णय लिया हैं। बताया जा रहा हैं की स्टेशन से सीएनजी नावों को ईंधन मिल सकेगा। हालांकि इसके लिए नावों को पहले सीएनजी में बदलना होगा। इससे यह लाभ होगा कि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा। साथ ही साथ नाव संचालित करने वाले को राहत भी मिलेगी।

वही गेल इंडिया के तरफ से पिछले दिनों बनारस में नदी के किनारे विश्व का पहला तैरता हुआ सीएनजी स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। वैसे अगर राजधानी पटना में गंगा नदी में सीएनजी स्टेशन प्रोजेक्ट 1 से 2 साल में पास हो जाता है, तो लगभग 5 करोड़ रुपये का खर्च हो सकता है। अधिकारियों के अनुसार, बनारस में सीएनजी स्टेशन के उद्घाटन के बाद गेल कंपनी अन्य शहरों में भी गंगा नदी किनारे स्टेशन खोलने को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रही है।

 

 

You may have missed