दिवाली पर अलर्ट मोड में रहेगा अग्निशमन विभाग, 24 घंटे काम करेगा कंट्रोल रूम, कई इलाकों में तैनात रहेगी फायर ब्रिगेड
पटना। दीपावली के अवसर पर सुरक्षा प्रबंधों को लेकर अग्निशमन विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। दीपों के इस पर्व में जहां एक ओर रोशनी और उल्लास का माहौल रहता है, वहीं दूसरी ओर पटाखों और सजावट की सामग्रियों के कारण आगजनी की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने राज्यभर में व्यापक तैयारी की है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य किया जा सके।
विभागीय तैयारी और बैठक
दीपावली को लेकर पुलिस महानिदेशक (अग्निशमन विभाग) शोभा ओहटकर ने विभागीय अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में सभी जिलों के अग्निशमन अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा प्रबंधों का गहन निरीक्षण करें। विशेष रूप से बाजारों, गोदामों, मॉल्स, धार्मिक स्थलों और पटाखा विक्रय स्थलों में सुरक्षा मानकों की जांच सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
फायर ऑडिट और निरीक्षण अभियान
सभी जिलों में अग्निशमन विभाग द्वारा फायर ऑडिट अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत पटाखा विक्रेताओं और भंडारण स्थलों की सूची बनाकर जांच की जाएगी। अनाधिकृत पटाखा विक्रेताओं और भंडारकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। विक्रेताओं को दो बाल्टी पानी या रेत के साथ फायर एक्सटिंग्विशर रखने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त पूजा पंडालों में भी अग्नि सुरक्षा के मानकों का पालन करना अनिवार्य किया गया है।
संवेदनशील इलाकों में फायर ब्रिगेड की तैनाती
दीपावली के दौरान भीड़भाड़ और संवेदनशील इलाकों में फायर ब्रिगेड वाहनों की पहले से तैनाती की जाएगी। इस प्रक्रिया को ‘प्री-पोजिशनिंग’ कहा जाता है। पटना में डाकबंगला, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, एनआईटी, दीघा घाट, राजीव नगर और अटल पथ जैसे प्रमुख इलाकों में फायर यूनिट्स को तैनात किया गया है। विभाग के पदाधिकारी अजीत कुमार के अनुसार, 10 फायर ब्रिगेड गाड़ियां विभिन्न स्थानों पर मौजूद रहेंगी, जिनमें से दो लगातार गश्त करती रहेंगी।
24 घंटे सक्रिय रहेगा कंट्रोल रूम
अग्निशमन विभाग ने दीपावली के अवसर पर अपने कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने की व्यवस्था की है। कंट्रोल रूम के कर्मचारी लगातार निगरानी में रहेंगे और किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगे। दुकानों पर आपातकालीन नंबर 112 के साथ-साथ स्थानीय थाना और फायर स्टेशन का नंबर प्रदर्शित करना अनिवार्य किया गया है ताकि किसी भी स्थिति में लोग तत्काल मदद प्राप्त कर सकें।
प्रतिबंध और दिशा-निर्देश
विभाग ने दीपावली के दौरान मोमबत्ती, पेट्रोमैक्स और केरोसिन लैंप के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा धूम्रपान निषेध के बोर्ड दुकानों और सार्वजनिक स्थलों पर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। बाजारों, धार्मिक स्थलों और आवासीय क्षेत्रों में अत्यधिक भीड़ के कारण आग लगने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए विभाग ने सभी फायर स्टेशनों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है।
तकनीकी जांच और आपात तैयारियां
फायर टेंडर और उपकरणों की तकनीकी जांच पूरी कर ली गई है ताकि आपातकालीन स्थिति में कोई तकनीकी बाधा न आए। सभी कर्मियों को लगातार गश्त पर रहने और अपने क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा प्रबंधन की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस तरह विभाग ने दीपावली पर नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर तैयारी सुनिश्चित की है।
स्वास्थ्य सेवाएं भी अलर्ट पर
दीपावली के दौरान संभावित हादसों को ध्यान में रखते हुए पटना के सभी प्रमुख अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है। पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस, एम्स, गार्डिनर और एलएनजेपी जैसे अस्पतालों में इमरजेंसी व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। आकस्मिक परिस्थितियों में मरीजों को तुरंत उपचार और बेड की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है। इसके अलावा एम्बुलेंस सेवाओं को भी सक्रिय मोड में रखा गया है ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके। दीपावली जैसे बड़े पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना आवश्यक होता है। पटना सहित पूरे बिहार में अग्निशमन विभाग ने व्यापक तैयारी की है ताकि नागरिक सुरक्षित रूप से पर्व का आनंद ले सकें। विभाग का उद्देश्य केवल आग बुझाना नहीं, बल्कि लोगों को आग से बचाव के प्रति जागरूक करना भी है। इस तरह प्रशासन और अग्निशमन विभाग की संयुक्त सतर्कता से इस बार दीपावली रोशनी के साथ-साथ सुरक्षा का भी संदेश देगी।


