पटना में एक्सिस बैंक शाखा में एसी ओवर हीट से लगी आग, फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू
पटना। किदवईपुरी स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में मंगलवार की सुबह अचानक आग लगने की घटना ने इलाके में हलचल मचा दी। हालांकि, फायर ब्रिगेड की तत्परता और स्थानीय लोगों की मदद से स्थिति पर जल्द ही नियंत्रण पा लिया गया और एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
सुबह-सुबह उठी धुएं की लपटें
यह घटना सुबह लगभग 6 बजे की बताई जा रही है। बैंक के अंदर अचानक धुआं उठता देखा गया, जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी अग्निशमन विभाग को दी। सूचना मिलते ही लोद्दीपुर फायर स्टेशन से फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां घटनास्थल के लिए रवाना की गईं।
आग का कारण एसी में ओवरहीटिंग
अग्निशमन विभाग की प्राथमिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण बैंक के एयर कंडीशनर (एसी) का ओवरहीट होना बताया गया है। अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि सुबह के समय जब बैंक बंद था, तभी एसी में तकनीकी खराबी के कारण आग लगी। आग धीरे-धीरे फैलने लगी जिससे पूरे बैंक में धुआं भर गया।
अंदर पहुंचने में हुई परेशानी
जब फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, तब बैंक के अंदर घना धुआं फैला हुआ था। आग पर काबू पाना आसान नहीं था, क्योंकि बैंक की खिड़कियां बंद थीं और अंदर घुसना भी एक चुनौती बन गया था। फायर ब्रिगेड की टीम ने खास मशीनों और पाइपों की मदद से सबसे पहले धुएं को बाहर निकाला, उसके बाद आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू की गई। लगभग 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया।
कोई जान-माल का नुकसान नहीं
इस पूरी घटना में राहत की बात यह रही कि कोई भी व्यक्ति झुलसा नहीं और बैंक के जरूरी दस्तावेज या कंप्यूटर आदि को भी कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा। चूंकि घटना सुबह के वक्त हुई, जब बैंक बंद था, इसलिए कर्मचारी भी मौजूद नहीं थे। बैंक मैनेजर को जब आग लगने की जानकारी मिली तो वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
स्थानीय लोगों ने की मदद
आग लगने की खबर फैलते ही आस-पास के लोग भी घटनास्थल पर जमा हो गए। कई लोग फायर ब्रिगेड कर्मियों की सहायता में भी जुट गए, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई। भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात बाधित न हो इसके लिए कोतवाली पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने बैंक में आग से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बैंक में फायर अलार्म या ऑटोमैटिक फायर सेफ्टी सिस्टम सक्रिय नहीं था, जिससे आग को शुरुआती स्तर पर नहीं रोका जा सका। हालांकि, फायर ब्रिगेड की तत्परता से बड़ा नुकसान टाल दिया गया।
भविष्य के लिए सबक
यह घटना एक बार फिर से इस बात की याद दिलाती है कि सार्वजनिक और निजी संस्थानों को अपने परिसरों में अग्निशमन उपकरणों और सुरक्षा उपायों को अपडेट रखना चाहिए, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में जान-माल का नुकसान न हो। बैंक प्रबंधन को भी तकनीकी उपकरणों की समय-समय पर जांच करवाने की आवश्यकता है। इस तरह, एक गंभीर हादसा होते-होते टल गया, लेकिन यह निश्चित रूप से सभी के लिए एक चेतावनी बनकर सामने आया है।


