October 28, 2025

पटना में आपसी विवाद में दो पक्षों में मारपीट, चार लोग घायल, फायरिंग से इलाके में हड़कंप

पटना। जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के बेढ़ना गांव में मंगलवार देर रात आपसी विवाद ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच मारपीट और फायरिंग तक पहुंच गया। इस झड़प में चार लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल महिला को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) भेजा गया है। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
विवाद की शुरुआत और झगड़े का कारण
स्थानीय लोगों के अनुसार, विवाद की शुरुआत दो परिवारों के बीच पुराने आपसी रंजिश से हुई थी। बताया जाता है कि कुछ दिनों से दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ था, जो मंगलवार रात अचानक भड़क गया। गांव के बेढ़ना टोला में दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और बातों-बातों में कहासुनी मारपीट में बदल गई। देखते ही देखते लाठियां, डंडे और धारदार हथियार चलने लगे। इसी बीच फायरिंग की भी आवाजें सुनाई देने लगीं, जिससे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई।
घायल हुए लोग और उनकी स्थिति
घटना में दोनों पक्षों के कुल चार लोग घायल हुए हैं। पहले पक्ष के रंजीत पासवान ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष ने उन पर हमला किया और कई राउंड फायरिंग की। उनके अनुसार, इस दौरान वह स्वयं और उनकी पत्नी रिंकू देवी गंभीर रूप से घायल हो गए। रिंकू देवी की स्थिति नाजुक बताई जा रही है, इसलिए उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया। वहीं, दूसरे पक्ष के राजकुमार पासवान ने दावा किया कि गोलीबारी पहले पक्ष की ओर से की गई थी। इस झड़प में राजकुमार पासवान और उनकी मां कांति देवी घायल हुईं, जिन्हें इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फायरिंग और वायरल वीडियो से बढ़ा तनाव
घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें एक व्यक्ति को कट्टा लहराते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के सामने आने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने घटना के दौरान गोलियों की आवाजें साफ-साफ सुनी थीं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच में गोली चलने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है और यह मामला केवल मारपीट तक सीमित प्रतीत होता है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही बाढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यदि फायरिंग की पुष्टि होती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति पर नियंत्रण बना रहे और किसी भी प्रकार की नई झड़प न हो।
ग्रामीणों में भय और तनाव का माहौल
बेढ़ना गांव के लोगों के अनुसार, घटना के बाद पूरे इलाके में डर का माहौल है। देर रात तक गोलियों जैसी आवाजें सुनाई देने के कारण कई परिवारों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए थे। कुछ लोगों ने अपने बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले भी छोटी-छोटी बातों पर विवाद हो चुके हैं, लेकिन पहली बार मामला इतना बढ़ा कि जानलेवा हमला और फायरिंग जैसी स्थिति बन गई।
प्रशासन की सतर्कता और आगे की कार्यवाही
बाढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस पूरी सतर्कता के साथ मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि वास्तव में फायरिंग हुई थी या नहीं। उन्होंने ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस ने गांव में गश्त बढ़ा दी है और संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बेढ़ना गांव की यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि आपसी विवाद कैसे हिंसक रूप ले सकता है। मामूली बातों पर हिंसा का रास्ता अपनाना समाज में असुरक्षा और भय का वातावरण पैदा करता है। इस घटना से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण स्तर पर विवादों के समाधान के लिए संवाद और आपसी समझ आवश्यक है। प्रशासन को भी चाहिए कि वह ऐसे विवादित क्षेत्रों में सुलह-सफाई की पहल करे, ताकि छोटी बातों पर जानमाल का नुकसान न हो। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और दोनों पक्षों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। गांव में स्थिति नियंत्रण में है, परंतु लोगों के मन में अभी भी भय का साया बना हुआ है।

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