पूर्णिया में दो पक्षों में जमकर मारपीट, खूब चले लात-घूंसे, 6 ज़ख़्मी, एक की हालत गंभीर

पूर्णिया। पूर्णिया जिले के अमौर थाना क्षेत्र अंतर्गत बालूगंज वार्ड नंबर-4 में शुक्रवार को एक मामूली सड़क दुर्घटना ने भयावह रूप ले लिया। बाइक की हल्की टक्कर के बाद उपजे विवाद ने देखते ही देखते हिंसक झड़प का रूप ले लिया, जिसमें दो पक्ष आमने-सामने आ गए। लात-घूंसे और डंडों से हुई मारपीट में दोनों ओर से छह लोग घायल हो गए, जिनमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने किसी तरह बीच-बचाव कर झगड़े को शांत कराया और घायलों को तुरंत पूर्णिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना के संबंध में घायल रघु मंडल ने थाने में दिए गए आवेदन में बताया कि वे बालूगंज वार्ड-4 के निवासी हैं। शुक्रवार दोपहर को बेगदह वार्ड-9 निवासी मोहम्मद राजिक उर्फ राजू बाइक से आए और टक्कर मार दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। रघु मंडल के अनुसार, टक्कर के बाद आसपास के लोगों ने गुस्से में आकर बाइक सवार की पिटाई कर दी और उसे कुछ पैसे हर्जाने के तौर पर देने पड़े। मामला यहीं शांत हो गया था, लेकिन लगभग डेढ़ घंटे बाद मोहम्मद राजिक अपने 25-30 साथियों के साथ रघु मंडल के घर पर आ धमका। रघु मंडल का आरोप है कि इन लोगों ने घर में घुसकर मारपीट शुरू कर दी। महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया और उनके गहने भी लूट लिए गए। शोरगुल सुनकर जब स्थानीय लोग जमा हुए तो हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच मारपीट होती दिख रही है। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे इलाके में तनाव की स्थिति बन गई है। इस संबंध में अमौर थाना प्रभारी अवधेश कुमार ने बताया कि रघु मंडल के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और पूरे घटनाक्रम की छानबीन की जा रही है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलाके में पुलिस गश्ती बढ़ा दी गई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय लोगों में घटना को लेकर आक्रोश है और वे आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पीड़ित पक्ष के बयान और वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि छोटी-छोटी बातों को लेकर बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को कैसे रोका जाए। फिलहाल पूरा मामला पुलिस जांच के दायरे में है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।
