भागलपुर में कार और पिकअप की भीषण टक्कर: कोहरे से हादसा, एक की दर्दनाक मौत, दो घायल
भागलपुर। भागलपुर जिले में घने कोहरे और ठंड ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। मंगलवार देर रात नेशनल हाईवे-80 पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में 25 वर्षीय युवक राहुल कुमार की मौत हो गई, जबकि उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। दृश्यता कम होने के कारण कार और पिकअप वैन की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भयावह था कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे लोग अंदर ही फँस गए। यह हादसा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उदयपुर के पास देर रात लगभग 1 बजे हुआ।
देर रात घर से निकले थे तीनों दोस्त
जानकारी के अनुसार, मृतक राहुल कुमार सुल्तानगंज, भागलपुर का रहने वाला था। मंगलवार की रात वह अपने दो दोस्तों नवनीत और ऋतुराज के साथ कार से मुंगेर की ओर जा रहा था। बताया जा रहा है कि तीनों किसी निजी काम से निकले थे। जब वे उदयपुर के पास पहुंचे, तभी सामने से आ रही एक पिकअप वैन से उनकी कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। पिकअप वैन मुंगेर से सुल्तानगंज की ओर जा रही थी और कुहासे की वजह से दोनों वाहन चालकों को एक-दूसरे का वाहन समय पर नजर नहीं आया।
भीषण टक्कर में उड़ गए कार के परखच्चे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक्सयूवी कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। कार में सवार तीनों युवक अंदर ही फँस गए। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों की मदद से किसी तरह दोनों घायलों को बाहर निकाला गया, जबकि राहुल की मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस और स्थानीय लोगों की तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दोनों की हालत गंभीर है। वहीं राहुल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने दुर्घटना में शामिल दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
मृतक के घर में मचा कोहराम
राहुल कुमार की मौत की खबर मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्य यह यकीन नहीं कर पा रहे थे कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। राहुल के बड़े भाई बिट्टू कुमार ने बताया कि मंगलवार रात वह बिना बताए दोस्तों के साथ कार लेकर घर से निकला था। देर रात करीब दो बजे किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया कि राहुल का एक्सीडेंट हो गया है। परिवारजन जब अस्पताल पहुंचे, तब तक राहुल दम तोड़ चुका था। परिवार और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
कोहरे और ठंड से घटी दृश्यता
स्थानीय लोगों के अनुसार, उस रात घना कोहरा छाया हुआ था और दृश्यता काफी कम थी। चालक आगे कुछ फीट तक ही देख पा रहे थे। ऐसे में हाईवे पर वाहनों की रफ्तार नियंत्रण में न होने के कारण यह बड़ा हादसा हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि ठंड और कोहरे के मौसम में इस इलाके में सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं, क्योंकि यहां पर्याप्त स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है और हाईवे पर स्पीड लिमिट के संकेतक भी नहीं लगे हैं।
घायलों की हालत गंभीर
हादसे में घायल हुए नवनीत और ऋतुराज को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर उन्हें भागलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों को सिर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं। इलाज जारी है और उन्हें 48 घंटे निगरानी में रखा गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
मुफस्सिल थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हादसा घने कोहरे और तेज रफ्तार की वजह से हुआ है। पिकअप चालक की पहचान की जा रही है, जो टक्कर के बाद मौके से फरार हो गया था। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से घटनाक्रम की जांच कर रही है। इसके अलावा, वाहनों की मैकेनिकल जांच भी कराई जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं ब्रेक या हेडलाइट फेल तो नहीं हुई थी।
सड़क सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और सर्दियों के दौरान ड्राइविंग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोहरे के मौसम में गाड़ियों की रफ्तार को बहुत कम रखना चाहिए और फॉग लाइट का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करना चाहिए। लेकिन ज्यादातर वाहन चालक इन नियमों की अनदेखी करते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि नेशनल हाईवे-80 पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही पुलिस को नियमित पेट्रोलिंग करनी चाहिए ताकि रात के समय वाहन चालकों की रफ्तार पर नियंत्रण रखा जा सके।
परिवार और समाज के लिए सीख
राहुल की असमय मौत ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है। यह हादसा इस बात की याद दिलाता है कि सड़क पर एक छोटी सी चूक भी कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। राहुल की तरह न जाने हर साल कितने युवक सर्दियों में कोहरे के कारण अपनी जान गंवाते हैं। सावधानी, धीमी गति और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन ही ऐसे हादसों से बचने का एकमात्र उपाय है। भागलपुर का यह हादसा एक दर्दनाक उदाहरण है कि प्राकृतिक परिस्थितियों, जैसे कोहरे और ठंड, को हल्के में लेना कितना खतरनाक हो सकता है। एक परिवार ने अपने जवान बेटे को खो दिया, जबकि दो अन्य जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। पुलिस जांच कर रही है और उम्मीद है कि इस हादसे से प्रशासन सबक लेकर हाईवे पर सुरक्षा उपायों को और सुदृढ़ करेगा। सड़क पर सतर्क रहना और गति पर नियंत्रण रखना हर चालक की जिम्मेदारी है—क्योंकि लापरवाही केवल जीवन नहीं, कई परिवारों की खुशियाँ भी छीन लेती है।


