पटना समेत पूरे प्रदेश में 20 अक्टूबर से ठंड का एहसास, तापमान में होगी गिरावट, बढे वायरल बुखार के मामले
पटना। अक्टूबर का दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में सुबह और शाम के समय ठंडक महसूस की जा रही है। हवा में नमी और ठंडक के बढ़ते असर ने यह संकेत दे दिया है कि सर्दी अब ज्यादा दूर नहीं है।
सुबह-शाम बढ़ी ठंडक का असर
राजधानी पटना, गया, भागलपुर, नालंदा, कैमूर, नवादा, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में अब लोग सुबह की सैर या रात के समय चादर और हल्के कंबल का इस्तेमाल करने लगे हैं। देर रात और तड़के हवा में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि 20 अक्टूबर से तापमान में और गिरावट आएगी, जिससे ठंड का असर और अधिक महसूस होगा। राज्य में इस समय दिन और रात के तापमान में स्पष्ट अंतर देखा जा रहा है। दिन में हल्की धूप निकल रही है, लेकिन उसमें पहले जैसी तपिश नहीं रही। वहीं, रातें अपेक्षाकृत ठंडी हो गई हैं।
तापमान में आएगा और गिरावट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 20 अक्टूबर तक बिहार के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। गया, नवादा, कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास, भोजपुर, जमुई, पूर्णिया, किशनगंज और भागलपुर जैसे जिलों में ठंड का असर सबसे पहले देखने को मिलेगा। वहीं, राज्य के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना जताई गई है। दिन का अधिकतम तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। इस दौरान बिहार के मौसम में हल्की ठंडी हवाएं चलेंगी और आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं।
उत्तर-पश्चिमी हवाओं का असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अब उत्तर-पश्चिम दिशा से ठंडी हवाएं बिहार की ओर बढ़ रही हैं। यही हवाएं तापमान में गिरावट की मुख्य वजह हैं। मानसून की वापसी के बाद उत्तर भारत से आने वाली ये ठंडी हवाएं धीरे-धीरे पूरे राज्य को अपने प्रभाव में ले रही हैं। इस परिवर्तन का असर सबसे पहले दक्षिण बिहार के जिलों में देखने को मिल रहा है, जहां तापमान तेजी से नीचे जा रहा है। वहीं, उत्तर बिहार के इलाकों में ठंडक का असर थोड़ी देर से महसूस होगा।
मौसम शुष्क लेकिन हवा में ठंडक
शनिवार को राज्य का मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहने का अनुमान है। हालांकि, आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं और हल्की ठंडी हवा के झोंके लोगों को सर्दी का एहसास कराएंगे। धूप निकलेगी, लेकिन अब उसमें पहले जैसी गर्माहट नहीं होगी। मौसम विभाग ने बताया कि अब तापमान का यह उतार-चढ़ाव आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।
स्वास्थ्य पर असर, बढ़े वायरल बुखार के मामले
मौसम में इस बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है। राज्य के कई हिस्सों में वायरल बुखार, सर्दी, खांसी और जुकाम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि इस समय मौसम न तो पूरी तरह गर्म है और न पूरी तरह ठंडा, जिससे शरीर को अनुकूल होने में दिक्कत होती है। उन्होंने सलाह दी है कि लोग सुबह और शाम के समय बाहर निकलते वक्त हल्के गर्म कपड़े पहनें, गुनगुना पानी पिएं और अचानक ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचें।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि इस मौसम में अपनी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखें। पौष्टिक आहार लें, रात में देर तक खुली हवा में न रहें और सुबह की सैर के समय कपड़ों से शरीर को ढककर रखें। साथ ही, जिन लोगों को एलर्जी या अस्थमा जैसी समस्या है, उन्हें इस मौसम में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि हवा में मौजूद नमी और ठंड दोनों मिलकर सांस से जुड़ी दिक्कतें बढ़ा सकती हैं।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अक्टूबर के अंत तक बिहार में ठंड का असर और बढ़ जाएगा। नवंबर के पहले सप्ताह से तापमान में तेजी से गिरावट आने लगेगी और न्यूनतम तापमान कई इलाकों में 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। फिलहाल, बिहार में सर्दी के आगमन की शुरुआत हो चुकी है। हवा में घुलती ठंडक और बदलते तापमान के साथ राज्य के लोग अब सर्द सुबहों और ठंडी रातों के लिए तैयार हो रहे हैं। मौसम के इस बदलाव के बीच सबसे बड़ी चुनौती स्वास्थ्य को लेकर है, इसलिए सावधानी और सजगता ही आने वाले दिनों में जरूरी साबित होगी।


