पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में गिरा तापमान, रात को हल्की ठंड का एहसास, दो दिनों में विदा होगा मानसून
पटना। बिहार में अब मौसम का स्वरूप धीरे-धीरे बदलने लगा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी विदाई की तैयारी में है और मौसम विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिनों में मानसून की औपचारिक विदाई हो जाएगी। इस समय प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश का असर खत्म हो चुका है और मौसम सामान्य स्थिति में लौट आया है। राजधानी पटना समेत कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे रात के समय हल्की ठंडक का एहसास होने लगा है।
मानसून की वापसी की तैयारी
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून की रेखा अब पूरी तरह उत्तर की ओर खिसक चुकी है। बिहार में मानसून की सक्रियता लगभग समाप्त हो गई है, और अब अगले 24 से 48 घंटे में इसकी विदाई की औपचारिक घोषणा होने की संभावना है। मानसून की वापसी के दौरान राज्य के मौसम में हल्का परिवर्तन देखने को मिल रहा है। दिन का तापमान थोड़ा बढ़ा है, जबकि रात का तापमान गिरा है। इसका असर यह हुआ है कि सुबह और शाम के समय वातावरण में हल्की ठंडक महसूस हो रही है।
पटना में दिन उमस भरा, रात सुहावनी
राजधानी पटना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह से ही धूप तेज रही और दोपहर में उमस ने लोगों को परेशान किया। हालांकि शाम के समय हवा में हल्की ठंडक के कारण मौसम सुहावना हो गया। हवा में नमी की मात्रा बनी रही, जिससे गर्मी के साथ उमस का असर ज्यादा महसूस हुआ। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
आसमान साफ, बारिश की संभावना नहीं
पूरे बिहार में फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है। कहीं भी वर्षा की संभावना नहीं जताई गई है। पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और पश्चिमी जिलों में आसमान साफ है और दिन के समय हल्की धूप बनी रहेगी। रात में हल्की ठंडी हवाओं के कारण तापमान धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। पश्चिमी और उत्तरी जिलों में सुबह और शाम के समय हल्की सिहरन महसूस होने लगी है, जो आने वाली ठंड का संकेत दे रही है।
चक्रवाती प्रणालियों का असर हुआ खत्म
मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में बिहार पर किसी भी बड़े मौसमीय तंत्र का असर नहीं है। मध्य असम और उसके आसपास के क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, लेकिन वह बिहार से काफी दूर है। इसी तरह, उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसकी ऊंचाई लगभग 4.5 किलोमीटर तक है, पर उसका प्रभाव भी बिहार तक नहीं पहुंच पा रहा है। उत्तरी ओडिशा में बना चक्रवाती तंत्र अब कमजोर पड़ गया है। इन सबके चलते राज्य का मौसम स्थिर बना हुआ है।
किसानों के लिए राहतभरा मौसम
राज्य के किसानों के लिए यह समय बेहद अनुकूल माना जा रहा है। बारिश रुक जाने के कारण खेतों में फसल कटाई और अगली बुवाई की तैयारी सुचारू रूप से हो सकेगी। ग्रामीण इलाकों में धान की कटाई का काम शुरू हो चुका है, और साफ मौसम इस कार्य में सहयोगी साबित होगा। चूंकि अगले कुछ दिनों तक वर्षा की संभावना नहीं है, इसलिए फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका भी कम रहेगी।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले तीन से चार दिनों तक बिहार के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। दिन का अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। सुबह का वातावरण सुहावना रहेगा, जबकि दोपहर में हल्की गर्मी और धूप बनी रहेगी। शाम के समय हल्की ठंडी हवा लोगों को राहत देगी।
ठंड की शुरुआत के संकेत
हालांकि अभी ठंड का मौसम शुरू होने में कुछ समय है, लेकिन उत्तर बिहार और पश्चिमी इलाकों में रात के समय हल्की सिहरन महसूस हो रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे अक्टूबर का मध्य भाग नजदीक आएगा, तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। फिलहाल बिहार के लोगों को दिन में हल्की गर्मी और रात में सुहावने मौसम का अनुभव जारी रहेगा। बिहार में मानसून का अंतिम चरण समाप्ति की ओर है और अब राज्य में ठंड के मौसम की आहट महसूस होने लगी है। तापमान में मामूली गिरावट और शुष्क वातावरण के साथ मौसम फिलहाल संतुलित बना हुआ है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे हवाओं की दिशा बदलेगी, ठंडक का असर और गहराएगा, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलने की उम्मीद है।


