गिरिराज सिंह का तेजस्वी पर हमला, कहा- जिनके पिता चारा खा गए, वे कर रहे भ्रष्टाचार की बात

बेगूसराय/पटना। बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष, विशेषकर राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी के बयानों को पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर बोलने से पहले उन्हें अपने पिता और परिवार का इतिहास देखना चाहिए। सिंह ने चारा घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि जिनके पिता ने बिहार की जनता का पैसा लूट लिया, वही लोग आज ईमानदारी और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन की बातें कर रहे हैं।
चारा घोटाले का संदर्भ
गिरिराज सिंह ने अपने भाषण में साफ कहा कि अगर चारा घोटाले में जनता का पैसा नहीं लूटा गया होता तो आज बिहार का चेहरा अलग होता। उन्होंने कहा कि उसी पैसे से गरीबों के घरों में शौचालय बन सकते थे, हर घर तक नल-जल योजना पहुंच सकती थी और गरीबों को आवास मिल सकता था। उनका कहना था कि भ्रष्टाचार की वजह से बिहार का विकास वर्षों तक पीछे रह गया और आज जो लोग उसी व्यवस्था के वारिस हैं, वे ही भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।
मोदी सरकार की उपलब्धियां
गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तुलना विपक्ष से करते हुए कहा कि पिछले 11 सालों में मोदी जी ने देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को हजारों-लाखों करोड़ रुपये की योजनाओं का तोहफ़ा दिया है। चाहे वह सड़क निर्माण हो, बिजली की व्यवस्था, रेल परियोजनाएं हों या डिजिटल और स्वास्थ्य सुविधाएं—हर क्षेत्र में बिहार को विशेष महत्व दिया गया है।
बिहार को दिए गए विकास कार्य
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार बिहार के सपनों को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं। वे समय-समय पर बिहार आकर उद्घाटन और शिलान्यास करते हैं ताकि यहां के लोगों को सीधे विकास का लाभ मिल सके। गिरिराज सिंह का मानना है कि बिहार के बिना देश का विकास अधूरा है और इसी सोच के साथ केंद्र सरकार ने यहां पर निवेश बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि केंद्र से मिली योजनाओं ने बिहार के गांवों और कस्बों में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है।
पूर्वांचल के विकास की अहमियत
गिरिराज सिंह ने अपने भाषण में पूर्वांचल की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल का विकास किए बिना भारत का विकास संभव नहीं है। उनके अनुसार, पूर्वांचल का मतलब ही बिहार है और बिहार के योगदान को नज़रअंदाज़ करके देश की प्रगति पूरी नहीं हो सकती। इसीलिए मोदी सरकार ने बिहार को प्राथमिकता देते हुए विकास योजनाओं का विस्तार किया है।
विपक्ष पर सीधा हमला
सिंह ने कहा कि आज की राजनीति में स्थिति यह है कि चोर भी चोरी के खिलाफ बोल रहा है। उनका सीधा इशारा तेजस्वी यादव और उनके दल की ओर था। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि तेजस्वी को चाहिए कि या तो वे अपने पिता से भ्रष्टाचार के बारे में ज्ञान लें या फिर उन्हें ही ज्ञान दें। सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार की विरासत लेकर राजनीति में आए हैं, वे जब ईमानदारी का नारा लगाते हैं तो यह जनता के साथ धोखा है।
बिहार की ऐतिहासिक भूमिका
गिरिराज सिंह ने बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बिहार ने हमेशा देश के लिए योगदान दिया है—चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम हो या ज्ञान और संस्कृति की परंपरा। उन्होंने बताया कि बिहार के बिना भारत की प्रगति की कल्पना अधूरी है। इस ऐतिहासिक योगदान को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने यहां विकास की मजबूत नींव रखी है।
यात्राओं और विरोधों पर टिप्पणी
गिरिराज सिंह ने विपक्षी दलों की यात्राओं और विरोध प्रदर्शनों पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष जिन विकास कार्यों का आज दिखावा कर रहा है, वे सब मोदी सरकार की ही देन हैं। बावजूद इसके, विपक्ष जनता को गुमराह करने के लिए तरह-तरह के अभियान चला रहा है। सिंह ने इसे राजनीतिक स्वार्थ बताया और कहा कि जनता अब ऐसे दावों को समझ चुकी है। बेगूसराय में दिए अपने भाषण में गिरिराज सिंह ने एक ओर जहां विपक्ष के भ्रष्टाचार के इतिहास को याद दिलाया, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि बिहार के विकास में बाधा डालने वाले लोग अब विकास की राजनीति की बातें कर रहे हैं, जो कि विरोधाभासी है। सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि मोदी सरकार की नीतियों और योजनाओं से बिहार को नई दिशा मिल रही है और आने वाले समय में यह राज्य देश की प्रगति में और भी बड़ी भूमिका निभाएगा।
