सरकार से बातचीत विफल होने के बाद किसानों ने बुलाया भारत बंद, अलर्ट मोड पर प्रशासन

नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मौजूदगी में किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद के बीच तीसरे दौर की वार्ता गुरुवार को चंडीगढ़ के सैक्टर-26 स्थित मगसीपा परिसर में देर रात 1:30 बजे तक चली। बैठक में सकारात्मक माहौल जरूर नजर आया, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका। इसके बाद किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। जानकारी के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा 16 फरवरी शुक्रवार को भारत बंद करने जा रहा है।  भारत बंद में पंजाब के किसानों के साथ देश की सभी किसान यूनियन जुड़ेंगी। ऐसे में पंजाब से लेकर हरियाणा तक, दिल्ली से लेकर यूपी तक हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस की तरफ से दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किेए गए हैं। वहीं, बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नित्यानंद राय, अर्जुन मुंडा और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जब मीडिया से रूबरू हुए तो उनके चेहरे के भाव बता रहे थे कि मसले के हल के लिए बातचीत सही दिशा में जा रही है। वहीं, किसान नेताओं ने मीडिया को बताया कि संतोषजनक चर्चा रही है। हालांकि किसानों पर बल प्रयोग की उन्होंने कड़ी निंदा की और इसे असहनीय बताते हुए नाराजगी जाहिर की। उधर, किसान नेताओं, संगठनों और समर्थकों के सोशल मीडिया अकाऊंट्स बंद करने पर भी आपत्ति जताई। किसान नेताओं सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा एमएसपी समेत सभी मुद्दों पर पॉजिटिव चर्चा हुई है। नतीजा भी निकलेगा। हमें सुखद हल की उम्मीद है। हमारा दिल्ली कूच अभी भी कायम है, लेकिन हम टकराव नहीं चाहते हैं। किसानों पर बल प्रयोग बंद होना चाहिए क्योंकि हम शांतिपूर्ण अपनी मांगें रख रहे हैं। देर रात बैठ खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बातचीत बहुत अच्छे माहौल में हुई और सकारात्मक रही हालांकि अभी कोई समाधान नहीं निकल सका है ऐसे में किसान संगठनों ने जिन मुद्दों पर अपनी मांगे उठाई है उन पर और विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके लिए रविवार शाम 6:00 बजे का समय तय किया गया है। पंजाब के सीएम भगवंत मान इस बैठक में पंजाब के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हुए। मान ने बैठक की बात मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है इस मुद्दे पर कोई हल निकल आएगा क्योंकि गुरुवार को काफी विषयों पर सहमति बनती नजर आई और आने वाले दिनों में बाकी मुद्दों पर भी दोनों पक्ष सहमत हो सकते हैं। कम मां ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से आश्वासन लिया है कि वह हरियाणा सरकार से बात करें और शांति बनाए रखने के लिए कहें। सीएम मान ने कहा कि, संगरूर, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में केंद्र सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करवा दी है, ऐसे में कई तरह के नुकसान हो रहे हैं सबसे ज्यादा बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, इस बार पेपर भी थे और ऑनलाइन पढ़ाई में इससे दिक्कत हुई। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान उन्होंने पूछा कि उनके राज्य में इंटरनेट बंद क्यों किया गया, ड्रोन क्यों भेजे गए! इससे पहले किसान मजदूर मोर्चा के तत्वावधान में पंजाब के किसानों द्वारा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का दूसरा दिन बुधवार को एक नई उम्मीद के साथ समाप्त हुआ, जब किसान नेताओं ने केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद के साथ बातचीत के लिए एक और निमंत्रण स्वीकार कर लिया। इसके बाद अब इस बातचीत का इंतज़ार है और तब तक किसान दिल्ली के ओर नहीं बढ़ेंगे हालांकि वे मौके पर डटे रहेंगे। इसके बाद बुधवार रात को भी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने का सिलसिला जारी रहा। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर और भारतीय किसान यूनियन (एकता सिधुपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि उन्होंने शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारियों से पूछा कि क्या उन्हें दिल्ली की ओर बढ़ना चाहिए या बातचीत के लिए मेज पर लौटना चाहिए। डल्लेवाल ने कहा, “हमारे लोगों ने हमसे कहा कि हमें बातचीत के जरिए समाधान तलाशना चाहिए। किसान नेताओं ने कहा कि अगर हरियाणा की ओर से आंसू गैस के गोले नहीं छोड़े गए तो वे गुरुवार को दिल्ली की ओर बढ़ने से परहेज करेंगे। “हमारा लक्ष्य गुरुवार शाम 5 बजे चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों के साथ शांतिपूर्ण वार्ता में शामिल होना है।

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