पटना में करंट लगने से हादसा, खेत में काम कर रहे किसान की दर्दनाक मौत

पटना। जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया। खेत में काम करने जा रहे एक किसान की बिजली के करंट की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। मृतक किसान की पहचान अरविंद सिंह (उम्र 55 वर्ष) के रूप में की गई है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही और बिजली व्यवस्था की बदहाली की ओर भी इशारा करती है। घटना की जानकारी गांव के ही निवासी निशांत कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि अरविंद सिंह रोज़ की तरह अपने खेत की ओर जा रहे थे, जब रास्ते में बोरिंग के पास एक खतरनाक रूप से नीचे झूलता हुआ 440 वोल्ट का बिजली का तार उनके संपर्क में आ गया। बिजली के तेज़ करंट की चपेट में आने के कारण अरविंद सिंह बुरी तरह घायल हो गए। खेत में ही मौजूद एक अन्य किसान ने यह भयावह दृश्य देखा और तुरंत उनके परिजनों को सूचना दी।परिवार के लोग अरविंद सिंह को इलाज के लिए नजदीकी अनुमंडलीय अस्पताल, बाढ़ लेकर पहुँचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचने के बाद जैसे ही मौत की पुष्टि हुई, पूरे परिवार में कोहराम मच गया। परिजन और गांव वाले गहरे शोक में डूब गए हैं। मृतक के घर का माहौल बेहद गमगीन है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलते ही बाढ़ थाने की पुलिस भी अस्पताल पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई कि हाई वोल्टेज बिजली का तार इतने नीचे लटकता रहा और बिजली विभाग को इसकी जानकारी नहीं हुई। इस हादसे ने न केवल एक किसान की जान ली, बल्कि यह प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से ज़िम्मेदारी निभाने में हुई चूक को भी उजागर करता है। गांव के लोग इस बात से बेहद नाराज़ हैं और अब सरकार से मुआवज़े और उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति कितनी चिंताजनक है। यदि समय रहते इन व्यवस्थाओं में सुधार न किया गया, तो ऐसी दुखद घटनाएं भविष्य में और भी जानें ले सकती हैं।

You may have missed