बिहार के बंद बड़े चीनी मिलों में उत्पादित होगा एथेनॉल, गोपालगंज में लगेगा प्लांट, प्रतिदिन 75 हजार लीटर उत्पादन का रखा गया लक्ष्य

गोपालगंज, बिहार। बिहार में अब बड़े पैमाने पर इथेनॉल का उत्पादन होगा। इसके लिए बंद चीनी मिलों को खोला जाएग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्योग विभाग की उच्च स्तरीय बैठक कहा कि नई चीनी मिलें भी लगाई जाएंगी। इथेनॉल के उत्पादन का रास्ता साफ होने से बड़े पैमाने पर निवेशक आएंगे और राज्य में रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उद्योग विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में मंत्री शाहनवाज हुसैन के साथ ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में गन्ने के साथ ही मक्के से भी इथेनॉल के उत्पादन पर चर्चा हुई। बैठक में इथेनॉल उत्पादन यूनिट की स्थापना के साथ ही नई चीनी मिल और अन्य संभावित उद्योगों की स्थापना पर भी चर्चा हुई।

जानकारी के अनुसार इथेनॉल उत्पादन में गति लाने के लिए बिहार सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके लिए गोपालगंज जिले के सिधवलिया शुगर मिल को इथेनॉल प्लांट के रूप में स्थापित किया जाएगा। जहां एक और इस प्लांट के शुरू होने से किसानों की आय बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। बताया जा रहा है कि दिसंबर महीने से इसका शुभारंभ हो जाएगा। इसके साथ-साथ यहां प्रतिदिन 75 हजार लीटर इथेनॉल को उत्पादित किया जाएगा।

बता दें कि इस नए बनने वाले प्लांट की लागत 150 करोड रुपए बताई जा रही है। इसके साथ-साथ इस प्रस्ताव को हाल ही में संपन्न हुई बिहार सरकार की कैबिनेट मीटिंग में भी पारित कर दिया गया है। इसके साथ साथ आगामी 15 महीनों तक यहां लगातार उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वैसे मैं एक बात साफ है कि इस इथेनॉल प्लांट के शुरू होने के बाद बिहार भी औद्योगिक क्षेत्र में काफी आगे बढ़ जाएगा।

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