November 18, 2025

गोपालगंज में पुलिस और कुख्यात अपराधी के बीच एनकाउंटर, मुठभेड़ में पैर में लगी गोली, पटना रेफर

गोपालगंज। गोपालगंज जिले में शनिवार की सुबह पुलिस और एक कुख्यात अपराधी के बीच मुठभेड़ ने इलाके में सनसनी फैला दी। यह मुठभेड़ मीरगंज थाना क्षेत्र के जिगना ढाला के पास हुई, जहां पुलिस ने 25 हजार के इनामी बदमाश अजय नट को पकड़ने के दौरान उसे आत्मरक्षा में गोली मार दी। गोली उसके पैर में लगी और वह मौके पर ही घायल होकर गिर पड़ा।
अजय नट कौन है
घायल बदमाश की पहचान छपरा के दाऊद नगर थाना क्षेत्र के बंगरा बिंद टोली दाउदपुर निवासी रामनाथ नट के बेटे अजय नट के रूप में हुई है। अजय नट का नाम इलाके में आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। उसके ऊपर लूट, छिनतई और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक उस पर 25 से 30 आपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
कैसे हुई मुठभेड़
गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस को अजय नट के बारे में अहम सुराग गोरखपुर में पकड़े गए एक लूटकांड के आरोपी से पूछताछ के दौरान मिला। उस आरोपी ने कई बदमाशों के नाम बताए थे। पुलिस ने अजय नट को दबोचने के बाद उससे पूछताछ की और हथियार बरामदगी के लिए उसे जिगना ढाला के पास लेकर गई थी। इसी दौरान अजय ने पुलिस की आंखों में धूल झोंककर भागने की कोशिश की और पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा में उस पर दो राउंड फायरिंग की। दोनों गोलियां उसके पैर में लगीं, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा।
इलाज के लिए पटना रेफर
घायल अजय नट को पहले गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया। फिलहाल वह पुलिस कस्टडी में पटना में इलाजरत है। पुलिस उसकी हालत पर लगातार नजर रख रही है ताकि उससे और पूछताछ की जा सके।
लंबा आपराधिक इतिहास
पुलिस के अनुसार अजय नट का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है। उसके खिलाफ पहला केस 2018 में दाउदपुर थाने में दर्ज हुआ था। इसके बाद वह जेल गया लेकिन जेल से निकलने के बाद उसने अपराध की दुनिया में फिर से कदम रखा और ‘नट गिरोह’ बनाकर लूट की घटनाओं को अंजाम देने लगा। उसका गिरोह खास तौर पर ज्वेलरी शॉप, घर और दुकानों को निशाना बनाता था। हाल के दिनों में अजय नट गिरोह ने एकमा, चांचौड़ा और परसागढ़ जैसे इलाकों में बड़ी ज्वेलरी लूट की घटनाएं की थीं। पुलिस को उसकी तलाश लंबे समय से थी।
गिरोह की तलाश जारी
अजय नट के पकड़े जाने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि उसके गिरोह के बाकी सदस्यों तक भी जल्द ही पहुंच बना ली जाएगी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कुछ अन्य ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि उसके गिरोह के कई साथी भी जल्द गिरफ्तार होंगे और इलाके में लूट की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
लोगों में राहत
इलाके के लोगों में अजय नट की गिरफ्तारी से कुछ राहत महसूस की जा रही है। लंबे समय से लोग उसके गिरोह से परेशान थे। उसके डर से दुकानदार और ज्वेलर्स असुरक्षित महसूस करते थे। पुलिस की इस कार्रवाई से आम लोगों में भरोसा बढ़ा है कि अपराधियों पर सख्ती से नकेल कसी जा रही है।
पुलिस की रणनीति
एसपी अवधेश दीक्षित ने साफ किया है कि अपराधियों के लिए जिले में कोई जगह नहीं होगी। उन्होंने बताया कि पुलिस लगातार ऐसे अपराधियों की सूची बना रही है और एक-एक कर सभी को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस टीम के साहसिक प्रयास से एक बड़ा अपराधी पकड़ा गया, जो भविष्य में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे सकता था। फिलहाल पुलिस घायल अजय नट के पूरी तरह ठीक होने का इंतजार कर रही है ताकि उससे पूछताछ कर बाकी साथियों की जानकारी ली जा सके। साथ ही इस गिरोह से जुड़े हथियारों की बरामदगी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस को भरोसा है कि आने वाले दिनों में जिले में अपराध पर लगाम लगाने में यह मुठभेड़ एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।

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