बेगूसराय में एसटीएफ और अपराधियों में मुठभेड़: 1 अपराधी के पैर में लगी गोली, हथियार समेत चार गिरफ्तार
बेगूसराय। जिले में गुरुवार को पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की गई कार्रवाई एक बड़े अपराधी नेटवर्क पर निर्णायक प्रहार के रूप में सामने आई। यह ऑपरेशन तेघड़ा थाना क्षेत्र के मथुरापुर-मेकरा गंगा दियारा इलाके में चलाया गया, जहाँ लंबे समय से अपराधियों की गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। दियारा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और घने ऊँचे-नीचे भूभाग अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह का काम करता रहा है, लेकिन इस बार सुरक्षाबलों की रणनीतिक घेराबंदी ने उनकी योजनाओं को ध्वस्त कर दिया।
खुफिया इनपुट और पुलिस की तैयारी
एसटीएफ को मिली गुप्त सूचना के अनुसार मोकामा के बरहपुर गांव का कुख्यात अपराधी नीरज कुमार अपने साथियों के साथ दियारा में छिपा हुआ था। वह किसी बड़ी आपराधिक वारदात की तैयारी में था। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ ने तुरंत तेघड़ा थाना पुलिस के साथ संयुक्त प्लान तैयार किया। दियारा क्षेत्र में छापेमारी आसान नहीं होती, इसलिए पुलिस ने रणनीतिक तरीके से चारों दिशाओं से घेराबंदी की ताकि बदमाशों के पास भागने का कोई रास्ता न बचे।
मुठभेड़ की शुरुआत
जैसे ही संयुक्त टीम घेराबंदी के बीच आगे बढ़ी, अपराधियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम पहले से सतर्क थी, इसलिए जवाबी कार्रवाई में बिना देर किए मोर्चा संभाल लिया गया। इसी प्रक्रिया के दौरान कुख्यात नीरज कुमार के बाएं पैर में गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बावजूद उसने भागने की कोशिश की, लेकिन एसटीएफ के जवानों ने उसे मौके पर ही काबू में कर लिया।
अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी
नीरज कुमार की गिरफ्तारी के बाद बैकअप पर तैनात तेघड़ा पुलिस ने तेजी से छापेमारी बढ़ाई और मौके से उसके तीन साथियों को भी पकड़ लिया। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि सभी आरोपी किसी न किसी गंभीर आपराधिक मामले में शामिल रहे हैं। दियारा क्षेत्र में कई मामलों में इन अपराधियों की संलिप्तता पहले भी सामने आ चुकी है।
हथियारों का जखीरा बरामद
पकड़े गए अपराधियों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार मिले हैं। बरामद सामान में दो देशी रायफल, एक पिस्टल, एक कट्टा, पंद्रह जिंदा कारतूस और सात खोखे शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि गिरोह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। पुलिस के अनुसार हथियारों की यह मात्रा किसी संगठित योजना की ओर संकेत करती है।
घायल नीरज कुमार का इलाज
गिरफ्तारी के बाद घायल नीरज को सबसे पहले तेघड़ा अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस उसकी निगरानी पूरी सतर्कता के साथ कर रही है ताकि इलाज के दौरान भी किसी प्रकार की चूक न हो।
एसपी का बयान और आगे की कार्रवाई
बेगूसराय एसपी मनीष ने घटना पर जानकारी देते हुए कहा कि दियारा क्षेत्र में अभी भी सघन तलाशी अभियान चल रहा है। पुलिस का उद्देश्य सिर्फ इस गिरोह को पकड़ना ही नहीं, बल्कि उनसे जुड़े संभावित दूसरे नेटवर्क और सपोर्ट सिस्टम को भी तोड़ना है। उन्होंने यह भी बताया कि मोकामा और बाढ़ थाना पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि अपराधियों का कोई पुराना या नया सहयोगी भाग न सके।
आने वाले दिनों में और खुलासों की उम्मीद
एसटीएफ और पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में कई और महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आ सकती हैं। यह भी संभावना है कि हथियारों का स्रोत और गिरोह की आपराधिक गतिविधियों का विस्तृत नेटवर्क उजागर हो। पुलिस की यह कार्रवाई दियारा क्षेत्र में अपराधियों के मनोबल पर एक सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है। इस संयुक्त ऑपरेशन ने यह साबित किया कि सतर्कता, सटीक खुफिया सूचना और त्वरित कार्रवाई के माध्यम से किसी भी बड़ी आपराधिक योजना को विफल किया जा सकता है। बेगूसराय पुलिस और एसटीएफ की यह सफलता क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।


