September 18, 2025

वैशाली में पुलिस और अपराधियों में मुठभेड़, आरोपी के पैर में लगी गोली, एक गिरफ्तार

वैशाली। बिहार में अपराध की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस के साथ सीधी मुठभेड़ करने से भी नहीं हिचक रहे हैं। ताजा मामला वैशाली जिले से सामने आया है, जहां गुरुवार रात को सदर थाना क्षेत्र के दिघी कला पूर्वी माली टोला में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई।
गुप्त सूचना पर पुलिस की कार्रवाई
इस मुठभेड़ की शुरुआत तब हुई जब सदर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि इलाके में वांछित अपराधी राजीव माली अपने साथी प्रमोद कुमार के साथ अपने घर पर मौजूद है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और सदर थाना की पुलिस की संयुक्त टीम ने संबंधित क्षेत्र की घेराबंदी कर दी ताकि आरोपी किसी भी हालत में भाग न सके।
अपराधियों ने शुरू की फायरिंग
जैसे ही पुलिस टीम ने दबिश दी, आरोपी राजीव माली और उसका साथी प्रमोद कुमार सतर्क हो गए और उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें राजीव माली को दाहिने पैर में गोली लग गई। गोली उसके घुटने के पास लगी, जिससे वह वहीं घायल होकर गिर पड़ा। इस बीच पुलिस ने उसके साथी प्रमोद कुमार को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
घायल अपराधी को इलाज के लिए भेजा गया पीएमसीएच
घायल राजीव माली को पहले स्थानीय सदर अस्पताल हाजीपुर ले जाया गया, लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान उसने भागने की कोशिश की थी लेकिन गोली लगने के कारण वह सफल नहीं हो सका।
पूर्व नियोजित थी पुलिस की रणनीति
वैशाली के एसपी ललित मोहन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजीव माली पर सदर थाना क्षेत्र में रंगदारी और गोलीबारी जैसे गंभीर आरोप पहले से दर्ज थे। उसकी गिरफ्तारी के लिए यह पूर्व नियोजित कार्रवाई थी, जिसमें सफलता मिली। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक अपराधी घायल हुआ है और दूसरे को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मौके से हथियार की बरामदगी
घटनास्थल से पुलिस ने एक पिस्टल और एक खोखा बरामद किया है। यह पिस्टल राजीव माली द्वारा उपयोग की जा रही थी। पुलिस का कहना है कि हथियार को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि यह पता चल सके कि इसका उपयोग और किन घटनाओं में हुआ है।
प्रमोद कुमार के आपराधिक इतिहास की जांच जारी
गिरफ्तार आरोपी प्रमोद कुमार के आपराधिक रिकॉर्ड की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस को उसके खिलाफ कोई बड़ा मामला अभी तक नहीं मिला है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि वह राजीव माली के साथ मिलकर कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है।
अपराध पर नकेल कसने की कोशिश
इस मुठभेड़ को पुलिस प्रशासन की एक अहम सफलता के रूप में देखा जा रहा है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस अब सख्त रुख अपनाने के मूड में है। लगातार बढ़ते अपराध के बीच यह कार्रवाई एक मजबूत संदेश है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
स्थानीय लोगों में भय और राहत दोनों
घटना के बाद स्थानीय लोग एक ओर जहां दहशत में हैं, वहीं दूसरी ओर पुलिस की सक्रियता से उनमें राहत की भावना भी देखी जा रही है। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि इस तरह की लगातार कार्रवाई से क्षेत्र में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सकेगा। इस पूरी घटना ने एक बार फिर बिहार में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जरूरत इस बात की है कि इस तरह की पुलिस कार्रवाई नियमित रूप से हो ताकि अपराधियों में कानून का भय बना रहे और आम लोग चैन की सांस ले सकें।

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