September 13, 2025

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों में फिर मुठभेड़, जवान शहीद, आतंकी के चार सहयोगी गिरफ्तार

उधमपुर। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद एक बार फिर सुर्ख़ियों में है, जहां बीते 24 घंटे में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच यह तीसरी मुठभेड़ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं। उधमपुर जिले के डूडू बसंतगढ़ इलाके में सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकियों को घेर लिया, जिससे मुठभेड़ की स्थिति बनी। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान घायल हुआ और बाद में अस्पताल में शहीद हो गया।
बांदीपोरा में लश्कर-ए-तैयबा के ओजीडब्लू गिरफ्तार
दूसरी ओर, बांदीपोरा में पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े चार ओवर ग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये ओजीडब्लू गैर स्थानीय नागरिकों और पुलिसकर्मियों पर हमला करने की फिराक में थे। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने जिले भर में तलाशी अभियान शुरू किया और कई जगहों पर नाकाबंदी की गई। नाका चेकिंग के दौरान दो संदिग्धों मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार को पकड़ा गया। उनके पास से दो चीनी हैंड ग्रेनेड, 7.62 एमएम की एक मैगजीन और 30 राउंड गोलियां बरामद की गईं। इसके बाद पुलिस ने CRPF की F-Coy 3rd बटालियन और 13 RR के साथ मिलकर अजास इलाके में भी तलाशी अभियान चलाया, जहां दो और संदिग्ध, रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से भी हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ।
कुलगाम और उरी में भी मुठभेड़
इसके अलावा कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। यहां आतंकी एक मकान में छिपे हुए थे, जिन्हें सुरक्षाबलों ने घेर लिया। यह मुठभेड़ 23 अप्रैल की शाम को शुरू हुई थी। इसी दिन सुबह बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। सेना ने तत्परता दिखाते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। उनके पास से दो असॉल्ट राइफल, गोला-बारूद, युद्ध सामग्री, पाकिस्तानी मुद्रा, चॉकलेट और सिगरेट के पैकेट मिले हैं।
पहलगाम आतंकी हमला और बढ़ी सतर्कता
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए बड़े आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की सक्रियता और बढ़ गई है। पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चल रहा है और आतंकियों के संभावित ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का प्रयास है कि आने वाले समय में किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि को रोका जा सके और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस तरह से जम्मू-कश्मीर में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं और सुरक्षाबलों को चौकन्ना रहने की जरूरत है। लगातार मुठभेड़ और गिरफ्तारियों से यह साफ है कि घाटी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिशें अभी भी जारी हैं।

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