November 18, 2025

पटना में प्रचंड गर्मी के बीच कई इलाकों की कटेगी बिजली, घटों बंद रहेगी आपूर्ति, लोग परेशान

पटना। बिहार की राजधानी पटना इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। तापमान लगातार 40 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में गुरुवार को सामने आई बिजली संकट की खबर ने लोगों की परेशानी और भी बढ़ा दी है। दिन के समय जब गर्मी चरम पर होती है, उस दौरान बिजली की कटौती ने हालात को और विकराल बना दिया है।
तकनीकी खराबी बनी कारण
बिजली आपूर्ति में इस बड़े व्यवधान का मुख्य कारण करबिगहिया और मीठापुर ग्रिड में आई तकनीकी खराबी है। बुधवार रात 10:30 बजे इन दोनों 132/33 केवी ग्रिड में अचानक खराबी आ गई, जिससे पटना के करीब 13 विद्युत उपकेंद्र प्रभावित हुए। इसका असर सीधे तौर पर पटना शहर के कई महत्वपूर्ण और घनी आबादी वाले क्षेत्रों पर पड़ा है।
बिजली विभाग की वैकल्पिक व्यवस्था
विद्युत विभाग के अनुसार, खराबी के बाद तात्कालिक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत प्रभावित इलाकों में रोटेशन प्रणाली से बिजली आपूर्ति की जा रही है। इन इलाकों में कंकड़बाग, अशोकनगर, जगनपुरा, खेमानी चक, करबिगहिया, राजेंद्र नगर, कदम कुआं, परसा बाजार और एतवारपुर शामिल हैं। विभाग ने बताया है कि जब तक ग्रिड की तकनीकी खामियों को पूरी तरह से दूर नहीं किया जाता, तब तक आपूर्ति इसी तरह चरणबद्ध तरीके से की जाती रहेगी।
दोपहर बाद सामान्य होने की उम्मीद
विद्युत विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ सूत्र ने जानकारी दी है कि यदि सब कुछ योजना के अनुरूप चला, तो गुरुवार की दोपहर दो बजे के बाद स्थिति सामान्य होने की संभावना है। विभाग ने बताया कि तकनीकी टीम युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है और ग्रिड को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को एसएमएस के माध्यम से बिजली कटौती से जुड़ी सूचनाएं भी दी जा रही हैं।
गर्मी ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें
गर्मी के इस मौसम में बिजली की अनुपलब्धता लोगों के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है। खासकर छोटे बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग इस स्थिति से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। पंखे, कूलर और एसी बंद होने से घरों में दमघोंटू गर्मी का अनुभव हो रहा है। वहीं, अस्पतालों, कोचिंग संस्थानों और दफ्तरों में भी कामकाज प्रभावित हो रहा है।
मानसून की देरी और राहत का अभाव
इस समय तक मानसून की आमद हो जानी चाहिए थी, लेकिन वह भी विलंब से है। दूसरी ओर, पश्चिमी विक्षोभ जैसी प्राकृतिक घटनाओं से भी राहत मिलने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। ऐसे में लोगों को घरेलू उपायों से गर्मी से राहत पाने की सलाह दी जा रही है। नींबू पानी, बेल का शरबत, नारियल पानी और ठंडी छांव में रहना जैसे देसी उपाय फिलहाल एकमात्र सहारा बने हुए हैं। पटना में बिजली संकट और गर्मी की दोहरी मार ने आम जनता की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन और विद्युत विभाग को इस दिशा में त्वरित और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थिति से बचा जा सके। वहीं नागरिकों को भी संयम और सतर्कता बरतने की जरूरत है, खासकर स्वास्थ्य के लिहाज से, क्योंकि मौसम की यह स्थिति गंभीर रूप ले सकती है।

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