प्रदेश में दिखेगा ठंड का असर, 9 के बाद होगी बारिश, सुबह में रहेगा हल्का कोहरा
पटना। बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने लगा है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से ही लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा था, वहीं अब नवंबर की शुरुआत के साथ सर्दी ने दस्तक दे दी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार ठंड की शुरुआत कुछ पहले हो गई है और आने वाले दिनों में इसका असर और गहराएगा। हालांकि, फिलहाल राज्य में ठंड मध्यम स्तर की रहेगी और 9 नवंबर तक बारिश की संभावना नहीं है। अक्टूबर के अंत में बंगाल की खाड़ी में बने ‘मोंथा तूफान’ के कारण तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई थी। इस तूफान ने बिहार के मौसम पर अप्रत्यक्ष रूप से असर डाला, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में हल्की ठंडक महसूस की गई। अब नवंबर के पहले सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो आमतौर पर सर्दी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, इस बार इसका प्रभाव बिहार में बहुत अधिक नहीं पड़ेगा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक बिहार के अधिकांश जिलों में शुष्क मौसम बना रहेगा। इस दौरान सुबह के समय हल्का कोहरा और धुंध छाई रहेगी, जबकि दोपहर में हल्की धूप निकलेगी। राज्य के कई हिस्सों में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। पछुआ हवाएं 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंडक का एहसास बढ़ेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जबकि अधिकतम तापमान 26 से 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इस अवधि में बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन हल्के कोहरे के कारण दृश्यता में कुछ कमी देखी जा सकती है।
नवंबर के दूसरे सप्ताह में हल्की बूंदाबांदी की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल नवंबर के पहले सप्ताह में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 9 नवंबर के बाद हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है, जिसका आंशिक असर बिहार पर भी पड़ेगा। अनुमान है कि दूसरे सप्ताह में राज्य के कुछ दक्षिणी और पूर्वी जिलों — जैसे भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार और जमुई — में हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार तापमान अधिक
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहने के आसार हैं। पिछले साल नवंबर में जहां औसत अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहीं इस बार यह 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक रहने का अनुमान है। यानी इस बार ठंड भले ही जल्दी शुरू हो गई हो, लेकिन इसका असर फिलहाल हल्का रहेगा।
पूर्वी और दक्षिणी बिहार में बादल, उत्तर-पश्चिमी इलाकों में साफ मौसम
राज्य के मौसम में क्षेत्रवार अंतर भी देखने को मिलेगा। पूर्वी और दक्षिणी बिहार के जिलों में धुंध और बादलों का असर ज्यादा रहेगा, जबकि उत्तर और पश्चिम के इलाके अपेक्षाकृत साफ और सूखे रहेंगे। भागलपुर, पूर्णिया, बांका और मुंगेर जिलों में सुबह और शाम घना कोहरा छा सकता है। वहीं, पटना, गया, भोजपुर और सीवान जिलों में मौसम सामान्य रहेगा।
कृषि पर पड़ेगा असर
मौसम में हो रहे बदलाव का असर किसानों की फसलों पर भी पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक बारिश न होने से रबी फसलों की बुवाई पर फिलहाल कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यदि दूसरे सप्ताह में अनुमानित बूंदाबांदी होती है, तो गेहूं और मसूर जैसी फसलों के लिए यह फायदेमंद साबित हो सकती है। बिहार में सर्दी का आगमन हो चुका है। सुबह और शाम की ठंडक के साथ लोगों ने गर्म कपड़ों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। हालांकि फिलहाल कड़ाके की ठंड से राहत बनी रहेगी। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि सुबह और रात के समय बाहर निकलते समय लोग हल्के गर्म कपड़े जरूर पहनें। वहीं, 9 नवंबर के बाद संभावित बारिश के लिए भी तैयार रहें।


