पटना के गोविंद मित्रा रोड में दो स्टाकिस्टों पर छापा, कई दवाएं मिली संदिग्ध, दवाओं का बिल तक नहीं

पटना। बिहार की सबसे बड़ी दवा मंडी राजधानी पटना के गोविंद मित्रा रोड में गुरुवार को औषधि विभाग की दो अलग-अलग टीमों ने एक साथ दोनों स्टाकिस्टों के यहां छापेमारी की। एंटी रैबीज इंजेक्शन बिना कोल्ड चेन मेंटन किए ही बेची जा रही थी। हाइपर टेंशन की दवाएं कहां से आ रही है, इसका भी पता नहीं चल रहा है। ऐसे कई दवाएं हैं जो संदिग्ध हैं और अब लैब की जांच में खुलासा होगा कि वह नकली है या असली। देर शाम पूरी टीम जांच में जुटी रही।
दवाओं का बिल तक नहीं
ड्रग कंट्रोलर को गुप्त शिकायत मिली थी कि पटना के गोविंद मित्रा रोड रोड के एसपी घोष लेन में स्थित जय लक्ष्मी इंटर प्राइजेज और कुणाल फार्मा में नकली दवाएं धड़ल्ले से बेची जा रही है। उसके बाद जांच के लिए ड्रग कंट्रोलर ने दो टीम गठित की। डॉ. अमल और मनोज कुमार दास को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई। एक टीम में 4 और दूसरी टीम में 5 लोगों को शामिल किया गया। दोनों टीमों ने एक साथ दोनों स्टाकिस्टों पर छापेमारी की, जिसमें बिना बिल के आई दवाओं के साथ और कई बड़ा खुलासा हुआ है। छापेमारी में जय लक्ष्मी इंटर प्राइजेज और कुणाल फार्मा दोनों स्टाकिस्टों पर हाईपर टेंशन की दवाएं ऐसी मिली हैं जिनका बिल तक नहीं है। दवाएं पूरी तरह से संदिग्ध है और इसकी जांच के लिए अन्य दवाओं के साथ हाईपर टेंशन की दवाओं का भी सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
कई दवाएं मिली संदिग्ध
छापेमारी टीम में शामिल औषधि विभाग के डॉ. अमल का कहना है कि जय लक्ष्मी इंटर प्राइजेज से गैस, हाईपर टेंशन के साथ अन्य कई दवाएं मिली हैं, जो संदिग्ध हैं। जांच के लिए 6 तरह की दवाओं का सैंपल लिया गया है। इसके साथ ही एंटी रैबीज इंजेक्शन जो फ्रिज में होना चाहिए, वह बाहर मिली है। कई ऐसी दवाएं हैं जिनका बिल नहीं दिया गया है। वहीं कुणाल फार्मा में भी संदिग्ध दवाएं मिली हैं। इसमें हाईपर टेंशन की दवाओं के साथ गैस की दवाएं व एंटीबायोटिक शामिल हैं। 5 तरह की दवाओं का सैपल जांच के लिए भेजा गया है। अधिक संख्या में ऐसी दवाएं भी मिली हैं जिनका बिल दुकानदार के पास नहीं था। वह कहां से कब आई, इसका कोई पता नहीं चल सका है। जिसका बिल नहीं है उसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। अब विभाग की तरफ से इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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