PATNA : प्रेम यूथ फाउंडेशन ने किया नशामुक्ति कार्यक्रम का आयोजन
- नशे की आदत मौत को दावत : प्रेम कुमार
पटना,फुलवारीशरीफ। मुँह का कैंसर का मुख्य कारण है तंबाकु का सेवन, बिहार में 80 प्रतिशत लोग तंबाकु का सेवन करते है। जिसमें खैनी, बीड़ी,सिगरेट, गुटका, गाँजा का सेवन करते है। सबसे हैरत तो अब हो रहा है कि कुछ परिवार तो ऐसे है जिसमें पूरा का पूरा परिवार ही गंजेड़ी है। फाउंडेशन के एक सर्वे में खुलासा हुआ कि स्कूल और कॉलेज के छात्र भी तंबाकु के चपेट में आते जा रहे है। इस फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने बताया कि तंबाकु के उत्पादन और उपयोग पर पूर्ण रूप से पावंदी लगाने की जरूरत है। वही इसमें सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। सरकार पावंदी लगाती है इससे सिर्फ पुलिस की कमाई बढ़ जाता है। गुटका और शराब पर पावंदी के बाद भी सब जगह मिल रहा है। नशा मुक्ति के लिए जन आंदोलन चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा की नशा हर तरह के अपराध की जननी है। आजकल का युवा वर्ग पहले तो फ़ैशन के तौर पर नशीले पदार्थ का प्रयोग शुरू करता है लेकिन बाद में जाकर यह आदत बन जाती है।
नशे की आदत मौत को दावत देकर बुलाने के बराबर है इसलिए ख़ासकर युवा वर्ग को नशे से बिल्कुल परहेज़ करना चाहिए। उन्होंने कि गुटखा, खैनी, तम्बाकू के सेवन से हर साल लाखों नौजवान बेमौत मारे जा रहे हैं। नशा बर्बादी का कारण है। जिसका ख़ात्मा आपसी सहयोग के बल पर ही सम्भव है। छात्र युवाओं के साथ- साथ आम नागरिकों से भी आह्वान किया कि वे नशा विरोधी मुहिम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें और समाज को नशामुक्त बनाने में अपनी सशक्त भूमिका अदा करें। वही इस अवसर पर फाउंडेशन परिसर में आयोजित तंबाकु निषेध दिवस के मौके पर नशे से होने वाली हानियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए इसके ख़िलाफ़ अपने अपने घर से ही जंग शुरू कर इस अवसर पर राजीव कुमार, राउंसि कुमार, हिमांशू शर्मा, सन्नी कुमार, त्रिलोकीनाथ मेहता, साहिल कुमार, विशाल कुमार, रवि कुमार, हीरालाल कुमार, तनिष्क राज, सुधांशू राज, अभय झा समेत दर्जनों कार्यकर्ता एवं शिक्षाविद उपस्थित थे।