हिट एंड रन कानून के खिलाफ पटना में ड्राइवरों का चक्का जाम, आम लोगों की बढ़ी परेशानी

पटना। हिट एंड रन कानून के खिलाफ शुक्रवार और शनिवार पूरे बिहार में ड्राइवरों की स्ट्राइक है। प्रदर्शनकारियों ने ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर फेडरेशन के बैनर तले पटना के जीपीओ गोलंबर से डाकबंगला चौक तक मार्च निकाला। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन की ओर से 16 और 17 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान किया गया था। इसमें ट्रक ड्राइवर समेत रोड ट्रांसपोर्ट के सभी चालक शामिल हो रहे हैं। ट्रक चालकों को ऑटो चालकों का भी साथ मिला है। वहीं, हड़ताल का असर अब धीरे-धीरे पटना में दिखने लगा है। चालक संघ ने आज ऑटो समेत कई गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दी है। हालांकि, मैट्रिक परीक्षा को देखते हुए कुछ वाहनों को एग्जाम सेंटर तक जाने की छूट दी गई है। इसके अलावा प्राइवेट गाड़ियां भी सड़कों पर दिख रही हैं। केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून में चालक को 10 लाख का जुर्माना और 7 साल की कैद के प्रावधान का ट्रक चालक विरोध कर रहे हैं। ट्रक चालकों का कहना है कि ये प्रावधान गलत है। ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि इतनी राशि हमारे पास होती तो हम ड्राइवर ही क्यों बनते। फेडरेशन के बिहार महासचिव राजकुमार झा ने बताया कि दो दिन बिहार में पूरी तरह से हड़ताल है। उन्होंने दावा किया कि शुक्रवार को सिपारा इंडियन ऑयल डिपो से कोई भी टैंकलोरी नहीं खुलेगी। बैरिया बस स्टैंड पूरी तरह से बंद रहेगा। ट्रांसपोर्ट नगर से कोई भी ट्रक चालक ट्रक नहीं निकालेंगे। राजकुमार झा, सदस्य बिजली प्रसाद ने बताया कि शहर के अंदर 15 से 20 प्रतिशत ही गाड़ियां चल रही हैं। केवल मैट्रिक की परीक्षा के चलते यह छूट दी गई है। दो दिन तक पूर्ण रूप से चक्का जाम रहेगा। हड़ताल में शामिल ऑटो, ई-रिक्शा, कैब, ट्रक, बस, लॉरी चालक संघ के द्वारा ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर फेडरेशन के बैनर तले पटना के जीपीओ गोलंबर से पैदल मार्च किया जाएगा। यह मार्च यहां से पटना के डाकबंगला चौराहे तक जाएगा। बैरिया बस स्टैंड से सुबह में कुछ बसें खुली हैं। लेकिन अब नहीं खुलेंगी। सबका समर्थन मिला है। जिसके बाद ही यह निर्णय लिया गया है।

About Post Author

You may have missed