दिन में सीएम बनने का सपना देख रहे तेजस्वी, लेकिन लालू के जंगलराज को भूली नहीं जनता : ललन सिंह

पटना। बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। इस बार केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने तेजस्वी यादव और राजद पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन बिहार की जनता लालू-राबड़ी शासनकाल के जंगलराज को भूली नहीं है। ललन सिंह ने लालू यादव के शासन पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद का शासन पूरी तरह से परिवारवाद पर आधारित था। लालू प्रसाद यादव ने जब 15 साल तक बिहार पर राज किया, तब शासन व्यवस्था नाम मात्र की थी। उन्होंने चारा घोटाले में जेल जाने की नौबत आने पर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया और अब अपने बेटे तेजस्वी यादव को सत्ता में लाने की कोशिश कर रहे हैं। ललन सिंह का कहना है कि राजद की राजनीति केवल पति, पत्नी और पुत्र तक सीमित रही है। उनकी सरकार के समय बिहार में कानून व्यवस्था, बिजली, सड़क और विकास कार्यों का अभाव था। जबकि नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में बिहार में सड़कों का जाल बिछाया, हर गांव तक बिजली पहुंचाई और कानून व्यवस्था को सख्त बनाया।
तेजस्वी यादव के दावों पर ललन सिंह का जवाब
हाल ही में बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने लालू-राबड़ी शासनकाल को विकास का स्वर्णिम युग बताया था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार के 20 साल के शासन में विकास नहीं हुआ, बल्कि वे हमेशा पुरानी बातें दोहराते रहते हैं। तेजस्वी यादव के इस बयान पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बिहार की जनता हकीकत जानती है। जब राजद सत्ता में थी, तब बिहार में अपराध चरम पर था, उद्योग-धंधे ठप थे और सरकारी तंत्र पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबा हुआ था।
नीतीश सरकार की उपलब्धियां
ललन सिंह ने जदयू सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को नई पहचान दी है। उनके नेतृत्व में हर गांव तक बिजली पहुंचाई गई। सड़कों का जाल बिछाया गया। कानून-व्यवस्था को मजबूत किया गया। बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार किया गया। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश सरकार ने बिहार को जंगलराज से निकालकर विकास की राह पर ले जाने का काम किया है।
तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनने का सपना
ललन सिंह ने तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा को मात्र एक सपना करार दिया। उन्होंने कहा कि सपने देखना बुरा नहीं है, लेकिन बिहार की जनता लालू-राबड़ी शासन को भूली नहीं है। जनता अब ऐसे शासन में वापस नहीं जाना चाहती, जहां भ्रष्टाचार, अपराध और अव्यवस्था का बोलबाला था। बिहार की राजनीति में इस समय तेजस्वी यादव और ललन सिंह के बयानों के कारण सियासी माहौल गर्म हो गया है। एक तरफ तेजस्वी यादव खुद को युवा नेतृत्व के रूप में पेश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ललन सिंह राजद के शासन को जंगलराज बताते हुए जनता को उस दौर की याद दिला रहे हैं। अब देखना यह होगा कि बिहार की जनता 2025 के विधानसभा चुनावों में किसे अपना नेता चुनती है क्या तेजस्वी यादव अपने मुख्यमंत्री बनने के सपने को पूरा कर पाएंगे, या फिर नीतीश कुमार के विकास मॉडल को जनता का समर्थन मिलेगा?
