डॉ मदन मोहन झा ने दिया अल्टीमेटम,शिक्षकों की मांग स्वीकार करें नीतीश सरकार
पटना।कल 17 जनवरी से प्रदेश के सभी नियोजित और नियमित शिक्षक हड़ताल पर जा रहे हैं।बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने यह ऐलान किया है। जबकि संभावित हड़ताल के दौरान ही मैट्रिक परीक्षा,कॉपी का मूल्यांकन एवं जनगणना सहित कई प्रकार के कार्य संपन्न होने हैं।जिसकी बहिष्कार की चेतावनी दी जा चुकी है।इसी बीच शिक्षकों के हड़ताल को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा ने सरकार को निशाने पर लिया है। बिहार के नीतीश सरकार पर करारा प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार शिक्षकों की जायज मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करें।इतना ही नहीं शिक्षकों के गायब रहने वाली बात पर आक्रोश जाहिर करते हुए डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि शिक्षक गायब नहीं हड़ताल पर हैं।उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी कि शिक्षकों के प्रति मर्यादित भाषा का प्रयोग करें।शिक्षकों के हड़ताल को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार डर और डराने की राजनीति छोड़कर शिक्षकों से सम्मानजनक वार्ता कर समझौता करें।उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था को संचालन करने में शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जागरूक एवं सभ्य समाज के लिए शिक्षक ही नींव के पत्थर माने जाते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा है कि उन्हें भूलना नहीं चाहिए कि उनकी सरकार बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका रही है। जबकि नीतीश सरकार के कार्यकाल के दौरान शिक्षकों के साथ अन्याय होता रहा है। सरकार शिक्षकों के खिलाफ विद्वेष के इस चरम सीमा पर है कि शिक्षकों खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई।ऐसे में शिक्षकों के पास हड़ताल के सिवा कोई चारा भी नहीं बचता है।उन्होंने कहा कि सरकार को गंभीरतापूर्वक शिक्षकों के समस्याओं पर समाधान ढूंढना चाहिए।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से शिक्षकों का हड़ताल समाप्ति हेतु समझौता वार्ता के लिए पहल करने का आग्रह किया है।