जलीय जीव पर संकट के बादल : मोकामा में दो डॉल्फिन की मौत, गंगा नदी से गाद हटने वाले मशीन से टकराकर मरने की आशंका

पटना। गंगा में दो दिनों के अंतराल पर दो रिवर डॉल्फिन की मौत होने से राजधानी पटना के मोकामा में लोगों ने गंभीर चिंता जताई है। बता दे की पटना के मोकामा में इन दिनों ड्रेजर मशीन से गंगा के गाद को हटाने का काम चल रहा है ताकि गंगा के रास्ते जहाजों का परिचालन सुचारू रूप से होता रहे। वही स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 2 दिनों में दो रिवर डॉल्फिन की मौत ड्रेजर मशीन से टकराकर हुई है। वही दोनों मृत डॉल्फिन के शरीर पर चोट के निशाने होने की बात भी लोग कह रहे हैं। दरअसल, भारत के राष्ट्री य जलीय जीव डाल्िने न का पसंदीदा ठिकाना है बिहार के बक्सकर से पटना और आगे भागलपुर तक गंगा में माना जाता है। लेकिन 2 दिनों के अंदर दो डाल्िआग न की मौत होने से लोगों की चिंता बढ़ी है। वहीं वन विभाग से आए रेंज के अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमोर्टम के बाद ही बता चलेगा कि इनकी मौत कैसे हुई। वही मौत जहाज से टकराने से हुई या अन्य कारण से इसे लेकर अभी स्पष्टता नहीं है।

वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो मोकामा के आसपास गंगा में विगत 3-4 वर्षों से लगातार ड्रेजिंग चल रहा है। कई जहाज गंगा में गाद को हटाने में लगे है। वही इस वजह से कई जलीय जीवों को जहाज से टकराकर मरने का खतरा बना रहता है। वहीं गंगा में अचानक से गड्ढा हो जाने के कारण हर साल कई लोगों की मौत पानी में डूबकर हो जाती है। अब डोल्फिन की मौतों ने जलीय जीवों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी पटना के मोकामा में दो दिनों में दो डॉल्फिन की मौत के बाद लोगों की शिकायत है कि ड्रेजिंग के लिए जहाज ही इसके लिए जिम्मेदार है। ऐसे में जहाजों पर विशेष निर्देश दिए जाएं कि डॉल्फिन को कोई दिक्कत ना हो। डॉल्फिन एक संरक्षित जलीय जीव है और दो दिनों में दो डॉल्फिन की मौत बेहद खतरनाक है। हालांकि, वन विभाग ने कहा है कि पोस्टमार्टम के बाद भी डॉल्फिन की मौत का कारण पता चल पायेगा।