आईजीआईएमएस के डॉक्टर ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कमरे से मिला शव

पटना। पटना में मंगलवार को एक दुखद घटना घटी, जहां आईजीआईएमएस (इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर आर्यन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना दीघा थाना क्षेत्र के मखदुमपुर शिवाजी नगर इलाके में स्थित उनके घर में हुई। घटना के बाद से परिवार और क्षेत्र में शोक और स्तब्धता का माहौल है।डॉक्टर आर्यन, जो मात्र 29 वर्ष के थे, आईजीआईएमएस में कार्यरत थे। उनका शव उनके कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया। इसके बाद दीघा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और घर के अन्य सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। अब तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। साथ ही, घटना स्थल से पुलिस ने साक्ष्य जुटाने का कार्य भी शुरू कर दिया है। इस मामले ने मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले डॉक्टरों के मानसिक स्वास्थ्य और उनके ऊपर पड़ने वाले दबाव पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। डॉक्टरों की कठिन दिनचर्या और मानसिक तनाव कई बार गंभीर स्थितियों को जन्म दे सकती है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के पीछे की वजह स्पष्ट हो पाएगी। परिवार और स्थानीय लोगों के लिए यह घटना गहरा आघात है। एक युवा और होनहार डॉक्टर का इस तरह दुनिया छोड़ देना, समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज को मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक जागरूकता और समर्थन देने की आवश्यकता है। फिलहाल पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है और आत्महत्या के पीछे छिपे कारणों को उजागर करने का प्रयास कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही इस दुखद घटना के बारे में अधिक जानकारी सामने आएगी।

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