October 28, 2025

पटना के छठ घाटों का प्रमंडलीय आयुक्त ने किया निरीक्षण, पैदल ट्रैक का लिया जायजा, सुरक्षा के दिए निर्देश

पटना। बिहार की राजधानी पटना में छठ महापर्व को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने छठ पर्व की तैयारियों का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने दीघा पाटीपुल घाट से लेकर कलेक्टोरेट घाट तक लगभग 9 किलोमीटर लंबा पैदल ट्रैक तय कर घाटों की स्थिति और प्रशासनिक प्रबंधों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा और नगर आयुक्त यशपाल मीणा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
सुरक्षा व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता
निरीक्षण के दौरान आयुक्त पराशर ने कहा कि छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि छठ बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा पर्व है, जिसमें लाखों लोग सूर्य देव की उपासना के लिए घाटों पर पहुंचते हैं। इतनी बड़ी भीड़ का प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। इसलिए इस वर्ष सभी विभाग मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने में जुटे हैं।
खतरनाक घाटों की पहचान और चेतावनी
आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहर के सभी घाटों की भौगोलिक स्थिति और जलस्तर का अध्ययन कर उन घाटों को चिह्नित किया जाए जो खतरनाक हैं। ऐसे घाटों पर प्रशासन चेतावनी बोर्ड लगाएगा और श्रद्धालुओं को वहां से दूर रखने के उपाय करेगा। उन्होंने कहा कि घाटों पर कोई दुर्घटना न हो, इसके लिए हर कदम एहतियात के साथ उठाया जा रहा है।
भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण पर जोर
निरीक्षण के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि भीड़ प्रबंधन और यातायात की सुचारु व्यवस्था छठ पर्व की सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से घाटों तक पहुंचाने के लिए पैदल ट्रैक, पार्किंग स्थल और एप्रोच रोड को पूरी तरह तैयार रखा जाए। उन्होंने जिला और नगर प्रशासन को आपसी समन्वय के साथ काम करने की सलाह दी ताकि भीड़ के दबाव में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
प्रशासनिक तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान घाटों की संरचना, जलस्तर, कटाव, ढलान, गड्ढे और फिसलन की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया गया। आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी घाटों पर बैरिकेडिंग की जाए ताकि श्रद्धालु अनजाने में गहरे पानी में न जाएं। साथ ही, साइनेज बोर्ड और दिशासूचक संकेतक लगाए जाएं ताकि भीड़ में लोगों को रास्ता समझने में कठिनाई न हो।
प्रकाश, स्वच्छता और पेयजल की व्यवस्था
आयुक्त ने निर्देश दिया कि घाटों पर प्रकाश व्यवस्था पूरी तरह सुदृढ़ होनी चाहिए ताकि शाम और भोर के समय श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि चेंजिंग रूम, शौचालय और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। नगर निगम को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि घाटों के आस-पास गंदगी या जलजमाव की समस्या न हो।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती
छठ पर्व के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती का निर्णय लिया गया है। आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि घाटों पर नावों और नाविकों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा गोताखोरों को भी तैनात किया जाएगा, ताकि किसी आकस्मिक घटना में त्वरित बचाव कार्य किया जा सके।
नियंत्रण कक्ष और सीसीटीवी निगरानी
घाटों पर नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। इससे भीड़ की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सकेगी और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई संभव हो सकेगी। आयुक्त ने कहा कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए।
पैदल ट्रैक का विशेष निरीक्षण
आयुक्त ने खुद 9 किलोमीटर का पैदल ट्रैक तय कर घाटों तक जाने वाले रास्तों की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक मार्ग मिले, इसके लिए रास्तों की मरम्मत और सफाई समय पर पूरी की जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ट्रैक पर पर्याप्त लाइट और बैरिकेडिंग हो ताकि रात के समय भी श्रद्धालु बिना किसी जोखिम के आवागमन कर सकें।
प्रशासन का लक्ष्य – सुरक्षित और स्वच्छ छठ
प्रमंडलीय आयुक्त ने स्पष्ट किया कि प्रशासन का लक्ष्य इस बार “सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित छठ पर्व” आयोजित करना है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को मिलजुलकर काम करना होगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि हर छोटी से छोटी समस्या को गंभीरता से लिया जाए और उसका समाधान तुरंत किया जाए। पटना प्रशासन इस वर्ष छठ महापर्व को लेकर पूरी तरह सक्रिय और सतर्क नजर आ रहा है। प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर द्वारा किया गया यह निरीक्षण न केवल तैयारी की स्थिति का मूल्यांकन है, बल्कि यह भी संदेश है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से उम्मीद की जा रही है कि इस बार पटना के सभी घाटों पर छठ पर्व शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धामय माहौल में संपन्न होगा।

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