मसौढ़ी में ट्रेन से कटकर अधेड़ की मौत, परिवार में पसरा मातम

मसौढ़ी। बिहार के मसौढ़ी में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां एक अधेड़ व्यक्ति की अज्ञात ट्रेन से कटकर मौत हो गई। यह घटना पटना-गया रेलखंड के नदवां स्टेशन के समीप बुधवार की सुबह हुई। मृतक की पहचान झारखंड के चतरा जिले के निवासी नरेंद्र पाठक के रूप में हुई, जिनकी उम्र 52 वर्ष थी। इस घटना के बाद परिवार में मातम छा गया है। बुधवार की सुबह नदवां स्टेशन के पास अचानक अफरा-तफरी मच गई, जब लोगों ने रेलवे ट्रैक पर एक व्यक्ति का शव देखा। स्थानीय लोगों ने तुरंत इस घटना की सूचना तारेगना जीआरपी को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक की पहचान और परिजनों की प्रतिक्रिया
मृतक नरेंद्र पाठक झारखंड के चतरा जिले के निवासी थे। उनके बेटे सुशील कुमार पाठक ने इस दुखद घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता ट्रेन में सफर कर रहे थे। ट्रेन में अत्यधिक भीड़ होने के कारण वे संतुलन खो बैठे और चलती ट्रेन से गिर गए। इससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के सदस्य इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे।
स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही तारेगना जीआरपी की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही, रेलवे प्रशासन को भी इस घटना की जानकारी दी गई।
भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में बढ़ता खतरा
यह कोई पहली घटना नहीं है जब ट्रेन में अत्यधिक भीड़ के कारण किसी यात्री की जान चली गई हो। रेलवे में अधिक भीड़ की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, खासकर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां प्रतिदिन लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं। यात्रियों को अक्सर खचाखच भरी ट्रेनों में सफर करना पड़ता है, जिससे कई बार हादसे हो जाते हैं।
परिजनों का दुख और प्रशासन से मांग
परिजनों का कहना है कि अगर ट्रेनों में यात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं होतीं, तो शायद यह हादसा नहीं होता। वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
समाज में शोक की लहर
नरेंद्र पाठक की मौत की खबर उनके गांव में पहुंचते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग इस घटना को लेकर गमगीन हैं और परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। यह घटना एक बार फिर रेलवे में भीड़भाड़ और सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही है। यात्रियों को सुरक्षित सफर सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन को जरूरी कदम उठाने चाहिए। साथ ही, यात्रियों को भी सतर्क रहने और सफर के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
