मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल भवन में ‘जीविका दीदी की रसोई’ का किया उद्घाटन, कामकाज का भी लिया जायजा
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार सरदार पटेल भवन में जीविका दीदी की रसोई का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत की और वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। जीविका दीदियों ने महिलाओं की सशक्तीकरण के लिए किए जा रहे कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री की प्रशंसा की और उनके प्रति आभार प्रकट किया। ‘जीविका दीदी की रसोई के शुभारंभ के अवसर पर जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को वहां की आहार तालिका की जानकारी दी और वहां बनी खीर खिलाई। वही मुख्यमंत्री पुलिस मुख्यालय पहुंच गए और विभागों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री को पुलिस मुख्यालय से बाहर निकलते देख मीडिया ने जब उनसे बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और उनकी गाड़ी आगे बढ़ गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 10:20 पर अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। पुलिस मुख्यालय के अंदर बिहार के एडीजी तो मौजूद दिखे, लेकिन कई अधिकारी वहां मौजूद नहीं थे। इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एडीजी को कई तरह के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अचानक पुलिस मुख्यालय में पहुंच जाने से विभाग में अफरा- तफरी देखने को मिली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार कभी पुराना सचिवालय कभी नया सचिवालय के विभाग का निरीक्षण कर रहे हैं, इससे लग रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से अब एक्टिव हो गए हैं। अधिकारी समय से कार्यालय में आए इसको लेकर लगातार वह निरीक्षण कर अधिकारियों पर दबाव भी डाल रहे हैं और पुलिस मुख्यालय में जिस तरह से वह अचानक पहुंचे थे, निश्चित तौर पर उन्होंने औचक निरीक्षण कर अधिकारियों को कई निर्देश भी दिया।
मुक्ति- बिहार कारा उद्योग’ की प्रदर्शनी का किया अवलोकन
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल भवन में ही मुक्ति- बिहार कारा उद्योग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां स्टॉल पर लगाई गई विभिन्न प्रकार की उत्पाद प्रदर्शनियों के बारे में जानकारी ली। बिहार की काराओं में विभिन्न प्रकार की श्रेणियों के उत्पाद यथा खाद्य, हस्तकरघा, काष्ठ, लौह, कागज इत्यादि के उत्पाद का भी निर्माण किया जाता है। वर्तमान में बिहार की 10 काराओं में कारा उद्योग संचालित है जिसके द्वारा करीब 1000 सश्रम सजावार बंदियों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसके लिए सश्रम सजा प्राप्त बंदियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। कारा उद्योग द्वारा विनिर्मित विभिन्न उत्पादों की बिक्री से प्राप्त राजस्व को बंदियों के अपराध से पीड़ित परिवार के कल्याणार्थ खर्च किया जाता है। साथ ही इसका कुछ हिस्सा बंदी कल्याण कोष में जाता है जो बंदियों को सुधार की दिशा में अग्रसर करने हेतु उपयोगी होता है। कारा महानिरीक्षक शीर्षत कपिल अशोक ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।
सीएम नीतीश के साथ ये रहें मौजूद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस. सिद्धार्थ, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी, गृह विभाग के सचिव के. सेंथिल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पुलिस महानिदेशक बीएमपी श्री एके अंबेडकर, अपर पुलिस महानिदेशक सीआईडी जितेंद्र कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, सुरक्षा सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी गोपाल सिंह, गृह विभाग की विशेष सचिव श्रीमती केएस अनुपम, कारा महानिरीक्षक शीर्षत कपिल अशोक सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं जीविका दीदियां उपस्थित थीं।


